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अडानी ग्रुप ने चार साल में जुटाई 9 अरब डॉलर की रकम, तीन कंपनियों में बेची है हिस्सेदारी

अडानी ग्रुप ने पिछले चार साल में दुनिया के दिग्गज निवेशकों से बड़ा निवेश हासिल किया है. समूह लगातार हिंडनबर्ग के झटकों से उबरने की कोशिश में जुटा है. हाल के दिनों में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में सुधार देखने को मिला है.

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अडानी समूह ने निवेशकों से जुटाई है बड़ी रकम.
अडानी समूह ने निवेशकों से जुटाई है बड़ी रकम.

अडानी ग्रुप (Adani Group) ने पिछले चार साल में अलग-अलग निवेशकों से बड़ी रकम जुटाई है. समूह ने बताया कि उसने कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) और जीक्यूजी पार्टनर्स (GQ) जैसे कुछ प्रमुख वैश्विक निवेशकों से पिछले चार वर्षों में 9 अरब डॉलर से अधिक की रकम जुटाई है. अडानी ग्रुप की लिस्टेड अलग-अलग कंपनियों ने निवेश के लिए ग्लोबल निवेशकों को आकर्षित किया है. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ), अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड, अडानी टोटल गैस लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने निवेशकों को अपनी तरफ खींचा है. 

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बड़े ग्लोबल इंवेस्टर्स से मिला है निवेश

एक बयान में गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह ने कहा कि उसने कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA), टोटल एनर्जीज (TTE), इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) के साथ-साथ जीक्यूजी पार्टनर्स से बड़े पैमाने पर निवेश हासिल किया है. इसके को-इंवेस्टर्स ऑस्ट्रेलिया सुपर, गोल्डमैन सैक्स और टेक्सास विश्वविद्यालय हैं. समूह ने डेलावेयर पब्लिक एम्प्लॉइज रिटायरमेंट सिस्टम, मास्टर ट्रस्ट बैंक ऑफ जापान, मिसौरी एजुकेशन पेंशन ट्रस्ट, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, यूनिवर्सल-इन्वेस्टमेंट लक्जमबर्ग, न्यूयॉर्क स्टेट कॉमन रिटायरमेंट फंड और एम्प्लॉइज रिटायरमेंट सिस्टम ऑफ टेक्सास से भी निवेश हासिल किया है.

तीन कंपनियों में बेची हिस्सेदारी

हाल ही में अडानी परिवार ने तीन पोर्टफोलियो कंपनियों- अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अडानी ग्रीन और अडानी ट्रांसमिशन में हिस्सेदारी बिक्री के माध्यम से 1.38 अरब डॉलर जुटाए हैं. यह अगले 12-18 महीनों में पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए कर्ज और इक्विटी दोनों की वृद्धि के साथ-साथ शॉर्ट टर्म में लिए समूह स्तर पर उच्च पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद करेगा. इसके अलावा तीन पोर्टफोलियो कंपनियों को बोर्ड की प्राथमिक निर्गम के लिए मंजूरी मिल गई है. 

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हिंडनबर्ग के झटके से उबरने की कोशिश

हाल के दिनों में अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में सुधार देखने को मिला है. समूह ने कहा कि बड़े ग्लोबल इंवेस्टर्स द्वारा दिखाया गया भरोसा समूह के व्यवसायों की ताकत और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने इस साल के शुरुआत में अडानी समूह को तगड़ा झटका दिया था.

अपनी एक रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर अकाउंट में धोखाधड़ी और कंपनियों के शेयरों के ओवरवैल्यूड होने का आरोप लगाया था. इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई थी. अब अडानी ग्रुप गिरावट से उबरने की कोशिश में जुटा है. 

अडानी ग्रुप ने एक बयान में कहा कि समूह परिवर्तनकारी पूंजी प्रबंधन कार्यक्रम के अपने 10-वर्षीय रोडमैप को पूरा करने के लिए पूंजी जुटाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसे 2016 में विभिन्न पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए तैयार किया गया था. 

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