गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों से शेयरधारकों ने जबरदस्त मुनाफा कमाया है. शेयर बाजार में लिस्ट होने से अब तक इस ग्रुप के शेयरों में जिन लोगों ने निवेश किया था, उनका पैसा कई गुना हो गया. अब अडानी ग्रुप में शुरुआती दौर में ही निवेश करने का एक और मौका मिल रहा है. अडानी समूह की एक और कंपनी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है.
अडानी समूह के फॉर्च्यून (Fortune) ब्रैंड नाम से खाद्य तेल और फूड आइटम बनाने वाली कंपनी अडानी विल्मर (Adani Wilmer) इस साल आईपीओ ला सकती है. इस आईपीओ कंपनी 7,000 से 7,500 करोड़ रुपये करीब 1 अरब डॉलर जुटा सकती है. कंपनी इसी साल यानी 2021 के अंत तक ही यह आईपीओ ला सकती है.
सबसे बड़ी फूड कंपनी बनने का लक्ष्य
Moneycontrol की एक खबर के मुताबिक इस आईपीओ के बारे में ग्रुप में विचार चल रहा है. Adani Wilmar का 2027 तक देश की सबसे बड़ी फूड कंपनी बनने का लक्ष्य है. कंपनी आईपीओ से पैसा जुटाकर इस लक्ष्य को पूरा करना चाहती है.
अभी 6 लिस्टेड कंपनियां
अगर कंपनी की योजना सफल रहती है तो यह लिस्ट होने वाली अडानी ग्रुप की सातवीं कंपनी होगी. अभी अडानी ग्रुप की लिस्टेड 6 कंपनियों में अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अडानी ग्रीन एनर्जी शामिल हैं.
ग्रुप की इन 6 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 8 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. इस साल अप्रैल में ही अडानी ग्रुप की 6 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 100 अरब डॉलर को पार कर गया था.
यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह देश की तीसरी कंपनी है. इससे पहले टाटा ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह मुकाम हासिल किया था. अडानी समूह की सभी छह कंपनियों ने पिछले एक साल में शेयर बाजार की तुलना में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.