अमेरिका में अडानी के ऊपर आरोप लगने के बाद से ही ग्रुप के सभी स्टॉक्स में तेज गिरावट देखी जा रही थी, लेकिन आज इसके शेयरों में शानदार तेजी देखी गई. अडानी ग्रुप के कई शेयरों में आज अपर सर्किट देखने को मिला. Adani Power 20 फीसदी तक चढ़ गया, जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी में 10 फीसदी की तेजी आई. वहीं अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर भी 10 फीसदी से ज्यादा चढ़े. वहीं Adani Total Gas के शेयर भी 20 फीसदी तक भागे.
अडानी ग्रुप की टॉप 10 कंपनियों के शेयरों में से धुंआधार तेजी के कारण इनके मार्केट कैप में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला. अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 1.22 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया. यह बढ़ोतरी तब हुई जब समूह ने कहा कि गौतम अडानी और समूह के अन्य अधिकारियों के खिलाफ रिश्वतखोरी का कोई आरोप नहीं है. बुधवार को अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन मंगलवार के 11.39 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 12.61 लाख करोड़ रुपये हो गया.
क्यों आई अडानी के शेयरों में तेजी?
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत जैन पर यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (डीओजे) के अभियोग या यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) की सिविल शिकायत में निर्धारित मामलों में एफसीपीए (विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम) के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया है.
यह तेजी वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा मंगलवार को अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स और अडानी ट्रांसमिशन समेत अडानी ग्रुप की सात संस्थाओं के लिए अपने नजरिए को "स्थिर" से घटाकर "नकारात्मक" करने के बावजूद आई.
निवेशकों को अभी क्या करना चाहिए?
अडानी स्टॉक्स पर अपने विचार शेयर करते हुए मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के पूर्णकालिक निदेशक और प्रमोटर जशन अरोड़ा ने कहा कि जब भी कोई रेटिंग एजेंसी किसी स्टॉक को डाउनग्रेड करती है, तो निवेशक चिंतित हो सकते हैं. अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में बहुत उतार-चढ़ाव रहा है, खास तौर पर नियामक जांच और निवेशकों की भावनाओं के कारण. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य के लिए पूर्वानुमान अभी भी अस्पष्ट है. कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले, निवेशकों को कोर्ट मामलों पर सावधानीपूर्वक नजर रखने और समूह की वित्तीय स्थिति का आकलन करने की आवश्यकता है.
अगर आप शॉर्ट टर्म में बने रहने की योजना बनाते हैं, तो अपने जोखिम के बारे में सोचें. अगर डाउनग्रेड ने आपके जोखिम-इनाम अनुपात को बहुत अधिक प्रभावित किया है, तो जोखिम को कम करना या घाटे को बुक करना उचित हो सकता है. कंपनी के लिए लॉन्ग टर्म संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं, इसलिए इस मंदी में निवेश करना सार्थक हो सकता है. हालांकि, सुनिश्चित करें कि यह आपकी जोखिम सहनशीलता और निवेश दृष्टिकोण के अनुकूल है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)