अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के आरोपों से घिरे भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी का Adani Group एक सामान्य ऑडिट करने के लिए 'बिग फोर' (Deloitte, EY, KPMG और PwC) अकाउंटिंग फर्मों में से एक को नियुक्त करेगा. अडानी समूह के पार्टनर टोटल एनर्जीज (TotalEnergies) ने शुक्रवार को एक बयान में ये जानकारी शेयर की.
ग्रुप में टोटल एनर्जीज की इतनी हिस्सेदारी
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस मुख्यालय वाली TotalEnergies का अडानी ग्रुप की कई कंपनियों में निवेश है. इनमें अडानी टोटल (Adani Total) में 50 प्रतिशत, अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) में 37.4 प्रतिशत और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd.) में 19.75 प्रतिशत शामिल है. US बेस्ड शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप के लगाए जाने के बाद मची उथल-पुथल के बीच टोटल एनर्जीज ने एक विस्तृत बयान जारी किया है.
अडानी ग्रुप के ऐलान का स्वागत
TotalEnergies के बयान में कहा गया कि अडानी ग्रुप की कंपनियों में हमारे निवेश भारतीय कानूनों और टोटल एनर्जीज की अपनी इंटरनल गवर्नेंस प्रोसेस के अनुपालन में किए गए थे. बयान के मुताबिक, टोटल एनर्जीज ने अडानी ग्रुप द्वारा सामान्य ऑडिट की घोषणा का स्वागत किया है.
इस बीच अडानी ग्रुप की अपनी एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद स्थित शाह धनधरिया एंड कंपनी को अपने 2021-2022 खातों का ऑडिट करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है.
24 जनवरी से शेयरों में आई सुनामी
बीते 24 जनवरी 2023 को नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर अपनी रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसमें अडानी समूह पर शेल फर्मों का इस्तेमाल करते हुए स्टॉक में हेर-फेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. गौतम अडानी की कंपनियों पर कर्ज को लेकर भी इसमें बड़े दावे किए गए हैं. इस रिपोर्ट के पब्लिश होने के बाद अडानी के शेयरों में ऐसी सुनामी आई कि कुछ ही दिनों में कंपनियों के शेयर करीब 60 प्रतिशत तक बिखर गए.
अमीरों की लिस्ट में 21वें नंबर पर खिसके
एक ओर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के पब्लिश होने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर भरभराकर गिरे, तो इसका असर सीधे गौतम अडानी के नेटवर्थ पर देखने को मिला. बीते साल 2022 में दुनिया में दूसरे अमीरों की तुलना में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले गौतम अडानी Top-10 Billionaires की लिस्ट में चौथे नंबर से गिरकर 21वें पायदान पर पहुंच गए.
हिंडनबर्ग की आंधी में अडानी ग्रुप का आधा मार्केट कैप साफ हो गया, तो वहीं गौतम अडानी की संपत्ति 61.2 अरब डॉलर रह गई. इसके चलते उन्हें एशिया के सबसे अमीर इंसान का ताज भी गंवाना पड़ा है.