हिंडनबर्ग के झटके बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए लगतार कदम उठा रहा है. अब खबर है कि अडानी समूह इस महीने लंदन, दुबई और अमेरिका के कई शहरों में फिक्स्ड-इनकम रोड शो आयोजित करने जा रहा है. अमेरिका में होने वाले रोड शो को इस वजह से भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि हिंडनबर्ग एक अमेरिकी फर्म है जिसकी रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के शेयरों में भूचाल ला दिया था. हालांकि, अब अडानी समूह के शेयर धीरे-धीरे रिकवर होने लगे हैं.
शामिल होगा अडानी ग्रुप का मैनजमेंट
न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अडानी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगशिंदर सिंह सहित समूह मैनजमेंट रोड शो में शामिल होगा. रोड शो का आयोजन 7 मार्च से 15 मार्च के बीच होगा. इस रोड शो की खबर ऐसे समय में आई है, जब अडानी ग्रुप की चार कंपनियों के शेयरों में GQG ने 15 हजार करोड़ का निवेश किया है.
अमेरिका बेस्ड इस फर्म अडानी ग्रुप की कंपनियों में ऐसे समय में निवेश किया है, जबकि लगातार इनके शेयरों में गिरावट आ रही है. अब एक बार फिर से अडानी ग्रुप नए रूट पर रोडशो की तैयारी में है. बता दें कि फरवरी के महीने में अडानी ग्रुप सिंगापुर में भी इस तरह के रोड शो आयोजित कर चुका है.
जीक्यूजी पार्टनर्स ने किया निवेश
अडानी ग्रुप की ओर से घोषणा की गई कि अमेरिकी बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने समूह की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है. GQG पार्टनर्स ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4 फीसदी हिस्सेदारी के लिए करीब 5,460 करोड़ रुपये, अडानी पोर्ट्स में 4.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5,282 करोड़ रुपये, अडानी ट्रांसमिशन में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1,898 करोड़ रुपये और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया है.
अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी
अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में शुक्रवार को 17.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. अडानी पोर्ट्स ने 10 फीसदी की जोरदार छलांग लगाई. अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन में पांच-पांच फीसदी की तेजी देखने को मिली. अडानी संस्थाओं द्वारा जारी किए गए डॉलर बॉन्ड में भी तेजी आई.
अडानी ग्रीन एनर्जी के 2024 बॉन्ड में डॉलर पर 2.3 सेंट जोड़कर 85.5 सेंट पर ट्रेड किया गया. जबकि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई द्वारा जारी किए गए अधिकांश बॉन्ड 1 सेंट से अधिक चढ़े.
हिंडनबर्ग ने दिया था झटका
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को पब्लिश अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेल फर्मों के माध्यम से स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. 24 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट ने अडानी के शेयरों में भारी उथल-पुथल मचा दी. इस वजह से ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में लगभग 60-70 प्रतिशत की गिरावट आ गई थी.