अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप (Adani Group) को बुरी तरह से झकझोर कर रख दिया है. कंपनियों के गिरते शेयरों की वजह से निवेशकों भरोसा लगातार अडानी ग्रुप से टूट रहा है. खबर है कि निवेशकों के भरोसे को जीतने के लिए अडानी ग्रुप बड़ी तैयारी में है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, इन्वेस्टर्स के विश्वास को कायम रखने के लिए अडानी समूह एक फिक्स्ड इनकम वाला रोड शो आयोजित करने की योजना बना रहा है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के कारोबार के साथ-साथ उसकी छवि को भी काफी नुकसान पहुंचाया है.
सिंगापुर में होगा रोड शो
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कहा जा रहा है कि 27 फरवरी को सिंगापुर में एक रोड शो होगा और इसमें अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर सिंह भाग लेंगे. रोड शो के बाद इसी तरह की विश्वास बहाली वाली बैठकें हांगकांग में 28 फरवरी और एक मार्च को आयोजित की जाएंगी. समूह ने बार्कलेज, बीएनपी परिबास, डीबीएस बैंक, ड्यूश बैंक, अमीरात एनबीडी कैपिटल, आईएनजी, आईएमआई-इंटेसा सानपोलो, एमयूएफजी, मिजुहो, एसएमबीसी निक्को और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक कथित तौर पर अगले सप्ताह बैंकों के रोड शो में शामिल होने के लिए न्योता भेजा है.
हिंडनबर्ग का आरोप
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर शेल फर्मों के माध्यम से स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. 24 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट ने अडानी के शेयरों में भारी उथल-पुथल मचाई है. इस वजह कुछ कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) में लगभग 60-70 प्रतिशत की गिरावट आई है. गौतम अडानी के नेतृत्व वाली सात लिस्टेड फर्मों के मार्केट वैल्यू में करीब 140 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. हालांकि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया है.
निवेशकों के भरोसे को जीतने के लिए दांव
हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब अडानी ग्रुप निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए कुछ कर रहा है. इससे पहले अडानी ग्रुप ने कहा था कि कंपनी के पास मजबूत कैश फ्लो है और इसका बिजनेस प्लान पूरी तरह से फंडेड है. निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के प्रयास में अडानी ने पहले ही इस महीने की शुरुआत में बॉन्डहोल्डर्स के साथ बात की थी, जहां समूह के अधिकारियों ने कंपनी की कुछ यूनिट्स को रिफाइनेंस के साथ कंपनियों को सुरक्षित सभी लोन को पूरी तरह से प्री-पेमेंट करने की योजना पर चर्चा की थी.
अडानी ग्रुप को लगा है बड़ा झटका
बीते 24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर अपनी रिसर्च रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें शेयरों के हेर-फेर और कर्ज को लेकर बड़े दावे किए गए थे. इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी के शेयरों में जो गिरावट आई, उसके चलते Adani Group के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 12 लाख करोड़ रुपये कम हो गए और यह 100 अरब डॉलर के नीचे पहुंच गया.