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अडानी ग्रुप के लिए बड़ा दिन, हिंडनबर्ग के आरोपो पर SEBI की जांच रिपोर्ट फाइनल... आज सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगा!

Adani Group पर सेबी की जांच रिपोर्ट ऐसे समय में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल होने वाली है, जबकि हाल ही में 'अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन' की 2017 से ऑडिटर रही कंपनी डेलॉइट (Deloitte) ने अपने काम से कदम पीछे खींच लिए हैं और इस्तीफा दे दिया है.

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सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को जांच पूरी करने के लिए 14 अगस्त का समय दिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को जांच पूरी करने के लिए 14 अगस्त का समय दिया था.

भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी ग्रुप पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों पर मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने अपनी रिपोर्ट फाइनल कर ली है. इस रिपोर्ट को सेबी आज सुप्रीम कोर्ट में सौप सकता है. Supreme Court ने सेबी को मामले में अपनी जांच पूरी करने के लिए 14 अगस्त तक का समय दिया था. अब इस मामले में सुनवाई 29 अगस्त 2023 को होने वाली है. 

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सेबी ने इन प्वाइंट पर किया है फोकस
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्केट रेग्युलेटर सेबी (Market Regulater SEBI) की जांच खत्म होने के बाद अब नजर अडानी हिंडनबर्ग मामले में कोर्ट के फैसले पर टिक गई है. ये रिपोर्ट आज सोमवार को कोर्ट में सौंपी जा सकती है. गौरतलब है कि इस जांच रिपोर्ट को नियामक ने मामले से जुड़े कई बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए तैयार किया है. इनमें अडानी ग्रुप द्वारा न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (MPS) मानदंडों में खामियों का फायदा उठाकर कंपनियों के स्टॉक्स की कीमतों में हेर-फेर करने, संबंधित लेन-देन से जुड़े खुलासे नहीं करने जैसे बिंदुओं पर फोकस किया गया है. 

नियामक ने 6 महीने का मांगा था समय
SEBI ने इस मामले की जांच के लिए कोर्ट से 6 महीने का समय मांगा था. इस संबंध में याचिका दायर कर कहा गया था कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) में जिन 12 संदिग्ध ट्रांजैक्शन का जिक्र किया गया है वो सीधे सपाट नहीं हैं, बल्कि काफी जटिल हैं, और इनसे जुड़े लेन-देन दुनिया के कई देशों में स्थित फर्म्स से संबंधित हैं. इन सभी 13 लेन-देन से जुड़े आंकड़ों की जांच और नतीजों की पड़ताल करने में अभी काफी समय लगेगा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त 2023 तक सेबी को अपनी जांच पूरी करने के लिए कहा था. 

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अडानी पोर्ट के ऑडिटर का इस्तीफा
अडानी ग्रुप पर सेबी की ये जांच रिपोर्ट ऐसे समय में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल होने वाली है, जबकि हाल ही में Adani Group की कंपनी 'अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन' की 2017 से ऑडिटर रही कंपनी डेलॉइट (Deloitte) ने अपने काम से कदम पीछे खींच लिए हैं. ऑडिटर के इस्तीफे के तुरंत बाद मार्केट रेग्युलेटर भी अपनी फाइनल रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करेगा.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में डेलॉइट ने अडानी पोर्ट के उन तीन ट्रांजेक्शंस को लेकर चिंता जाहिर की थी, जिनके बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में भी कहा गया था. गौरतलब है कि ऑडिटर डेलॉइट के इस्तीफे के बाद अडानी ग्रुप ने 'एमएसकेए एंड एसोसिएट्स' को अडानी पोर्ट का नया ऑडिटर नियुक्त कर दिया है. 

हिंडनबर्ग ने उठाए थे 88 सवाल
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने बीते 24 जनवरी 2023 को जारी अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेर-फेर और कर्ज से जुड़े 88 सवाल उठाए थे. इस रिसर्च के पब्लिश होने के अगले कारोबारी दिन से ही अडानी की कंपनियों के शेयर धराशायी हो गए थे और दो महीने तक इनमें लगातार गिरावट देखने को मिली थी. अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर 80 फीसदी से अधिक टूट गए थे.

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कंपनी के शेयरों में गिरावट के चलते जहां 24 जनवरी से पहले दुनिया के टॉप अरबपतियों में चौथे पायदान पर मौजूद गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Net Worth) में गिरावट से वे लिस्ट में खिसककर देखते ही देखते 37वें पायदान पर पहुंच गए थे. इस बीच गौतम अडानी की नेटवर्थ में 60 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली.


 

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