अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में इस सप्ताह तेजी देखने मिली है. शुक्रवार को समूह के कई स्टॉक हरे निशान में क्लोज हुए. लेकिन इस बीच अडानी ग्रुप के लिए एक बुरी खबर आ गई. रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) के आउटलुक में बदलाव कर स्टेबल से निगेटिव कर दिया है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है.
कर्ज जुटाने की क्षमता पर नजर
इक्रा कहना है कि वो अडानी ग्रुप के प्रतिस्पर्धी रेट पर इक्विटी या बॉन्ड के जरिए घरेलू और ग्लोबल मार्केट से कर्ज जुटाने की क्षमता पर नजर बनाए रखेगी. शुक्रवार को अडानी पोर्ट्स के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली. अडानी पोर्ट्स का शेयर 9.81 फीसदी की तेजी के साथ 684.35 रुपये पर क्लो हुए. अडानी टोटल गैस का शेयर में पांच फीसदी का अपर सर्किट लगा और ये 781.85 रुपये पर पहुंच गया.
शेयरों में तेजी
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से अडानी फर्मों के शेयरों की कीमतों में गिरावट का रुख रहा है. लेकिन यूएस-आधारित GQG पार्टनर्स के 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के बाद अडानी के शेयरों में शुक्रवार को उछाल आया. अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में शुक्रवार को 17.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन ने पांच-पांच फीसदी की छलांग लगाई.
कानूनी जांच का जोखिम
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा कि ग्रुप की मजबूत वित्तीय स्थिति और अडानी पोर्ट्स के कर्ज के बड़े हिस्से को लौटाने को लेकर ट्रैक रिकॉर्ड उसकी अहम ताकत थी. लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इसपर असर पड़ा है. इक्रा ने कहा कि अडानी समूह की यूनिट्स पर कानूनी जांच का जोखिम है. इसलिए अडानी पोर्ट्स के कर्ज की क्वालिटी पर पड़ने वाले प्रभाव पर नजर रखी जाएगी. कंपनी ने इंटरनेशनल बॉन्ड के जरिए 65 करोड़ डॉलर का कर्ज ले रखा है और उसे से 2024-25 में कर्ज को चुकाना है.
मार्केट वैल्यू में इजाफा
अडानी समूह की 10 लिस्टेड फर्मों ने 3 मार्च तक पिछले चार कारोबारी सत्रों में अपने ज्वाइंट मार्केट कैपिटलाइजेशन में 1.73 लाख करोड़ रुपये की की बढ़ोतरी दर्ज की है. अडानी समूह की कंपनियों की मार्केट वैल्यू तीन मार्च को 6.82 रुपये से बढ़कर 8.55 लाख करोड़ रुपये हो गया.