अडानी विल्मर का आईपीओ गुरुवार को खुल गया और शेयर बाजार में भारी उठा-पटक के बीच पहले दिन ये निवेशकों के बीच कोई खास रूझान पैदा करता नहीं दिखा. रिटेल इंवेस्टर्स और पात्र संस्थागत निवेशक (QIB) दोनों श्रेणी में पहले दिन आईपीओ ने अंडर परफॉर्म किया.
96% रिटेल इंवेस्टर्स ने किया सब्सक्राइब
फॉर्च्यून ब्रांड नाम से कारोबार करने वाली एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मर के आईपीओ में रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 35% हिस्सा रखा गया था. गुरुवार को पहले दिन इस श्रेणी में सिर्फ 96% हिस्सा ही सब्सक्राइब हुआ. इस कैटेगरी में कंपनी ने 5,03,00,459 शेयर के लिए बोलियां मंगाई थी, जबकि उसे 4,82,88,479 शेयर के लिए बोलियां मिलीं.
आईपीओ को पहले दिन QIB कैटेगरी में 30% और गैर-संस्थागत निवेशक कैटेगरी में 54% ही सब्सक्रिप्शन मिला है. कंपनी के पूरे आईपीओ को पहले दिन सिर्फ 57% सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ है.
शेयर बाजार में भारी उठा-पटक
अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक के ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के फैसले के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजारों में भारी उठा-पटक देखी गई. सेंसेक्स 581 अंक और निफ्टी 167 अंक गिरकर बंद हुआ. इस वजह से कंपनी के आईपीओ लेकर निवेशकों रूझान फीका-फीका दिखा.
Adani Wilmar का IPO
अडानी विल्मर का आईपीओ अब 31 जनवरी 2022 को बंद होगा. गुरुवार को इसके खुलने से पहले कंपनी ने एंकर इन्वेस्टर्स (Anchor Investors) से 940 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. इस आईपीओ के लिए 218 से 230 रुपये का प्राइस बैंड (Adani Wilmar IPO Price Band) तय किया गया है. कंपनी की योजना इस इश्यू से 3,600 करोड़ रुपये तक की रकम जुटाने की है. रिटेल निवेशक को एक लॉट के लिए कम से कम 14,950 रुपये लगाने होंगे.
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