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Stock Market: क्‍या हुआ ऐसा... जो रॉकेट की तरह भागे अडानी समेत इन कंपनियों के शेयर!

शेयर बाजार शानदार तेजी के साथ बंद हुआ. इसी बीच सरकार का एक ऐसा फैसला आया, जिससे अडानी समेत कुछ कंपन‍ियों के शेयरों में शानदार उछाल देखी गई.

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खाद्य तेल कंपनियों शेयरों में उछाल
खाद्य तेल कंपनियों शेयरों में उछाल

शेयर बाजार (Stock Market) शुक्रवार को शानदार तेजी दिखाई. BSE सेंसेक्‍स 241 अंक चढ़कर 71,106 स्‍तर पर बंद हुआ, ज‍बकि Nifty 94 अंक चढ़कर 21,349 स्‍तर पर बंद हुआ. बाजार में उछाल के कारण कुछ कंपनियों के स्टॉक ने जबरदस्‍त बढ़ोतरी दर्ज की. खासकर खाद्य तेल (Edible Oil) बेचने वाली कंपनियों के शेयरों में शानदार तेजी देखी गई. 

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भारत के खाद्य तेल कंपनियों में अडानी विल्‍मर (Adani Wilmar), पतंजली फूड (Patanjali Foods), कृति न्यूट्रिएंट्स (Kriti Nutrients) और अन्‍य शामिल हैं. इन कंपनियों के शेयर शुक्रवार को 7.5 फीसदी तक उछलकर बंद हुए. शुक्रवार को अडानी ग्रुप (Adani Group) की FMCG फर्म अडानी विल्‍मर (Adani Wilmar) के शेयर करीब 4 फीसदी चढ़कर 365 रुपये पर बंद हुआ. अडानी विल्‍मर का मार्केट कैप बीएसई पर 47,503 करोड़ रुपये हो चुका है. 

सरकार ने लिया ये फैसला 
खाद्य तेल कंपनियों के शेयर इस वजह से चढ़ गए, क्‍योंकि भारत सरकार ने खाद्य तेल को मार्च 2025 तक कम टैक्‍स पर इम्‍पोर्ट करने की अनुमति दे दी. कम टैक्‍स पर इम्‍पोर्ट से कंपनियों की आमदनी बढ़ने की संभावना है. ऐसे में शुक्रवार को कंपनियों के शेयरों में तेजी रही. FMCG कंपनी पतंजली फूड्स के शेयर (Patanjali Foods Share) 5.55% तक बीएसई पर चढ़कर 1628 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए. इस कंपनी का मार्केट कैप 58,139 करोड़ रुपये है. 

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इन शेयरों ने दर्ज की उछाल 
सोयाबीन ऑयल बेचने वाली कंपनी Kriti Nutrients के शेयर BSE पर 7.42% तक चढ़कर 91.24 रुपये पर पहुंच गए. कंपनी का मार्केट कैप में भी इजाफा हुआ और यह 4.39 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं 52 वीक का हाई लेवल 96.95 रुपये और 52 वीक का लो लेवल 37.25 रुपये प्रति शेयर है. वेजिटेबल ऑयल कंपनी श्री गैंग इंडस्ट्रीज एंड अलाइड प्रोडक्ट्स लिमिटेड करीब 5 फीसदी तक चढ़कर 126.70 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. इसका मार्केट कैप 213.37 करोड़ रुपये हो चुका है. 

सरकार ने बदला आदेश 
गौरतलब है कि 30 दिसंबर 2022 को एक सरकारी आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि कच्चे पाम तेल, कच्चे सूरजमुखी तेल और कच्चे सोया तेल पर कम आयात शुल्क संरचना मार्च 2024 में समाप्त हो जाएगी. अब इसी आदेश को आगे बढ़ाते हुए कम शुल्‍क पर इन तेलों का आयात मार्च 2025 तक बढ़ा दिया गया है. 

(नोट- शेयर मार्केट में निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.) 

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