अतिथि कब आओगे...? पिछले दो वर्षों से हम विदेशी पर्यटकों (Tourist) का इंतजार कर रहे थे. लेकिन अब वो घड़ी आ गई है, सरकार ने आज से विदेशी सैलानियों के लिए भारत के दरवाजे खोल दिए हैं. देश स्वागत के लिए तैयार है, भारतीय परंपरा में भी मेहमान भगवान के बराबर होते हैं.
दरअसल, कोरोना संकट की वजह से पिछले दो वर्षों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा था, जो आज से हट गया है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि रविवार 27 मार्च से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से बहाल कर दिया गया है. फिलहाल समर शेड्यूल के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International flights) का परिचालन शुरू किया गया है.
सरकार ने 40 देशों की 60 विदेशी एयरलाइनों को समर शेड्यूल 2022 के दौरान भारत से और भारत के लिए 1783 फ्लाइट संचालित करने की मंजूरी दी है. मॉरीशस, मलेशिया, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका, इराक और अन्य सहित 40 देशों की कुल 60 विदेशी एयरलाइनों को हरी झंडी मिली है.
इसके अलावा कुछ नई एयरलाइंस- इंडिया सलाम एयर, एयर अरबिया अबू धाबी, क्वांटास और अमेरिकी एयरलाइन भारत के साथ एयरलाइन सेवा शुरू करने की तैयारी में हैं. हालांकि अभी चीन और भारत के बीच कोई उड़ानें शुरू नहीं की गई हैं.
23 मार्च 2020 से लगे थे प्रतिबंध
गौरतलब है कि कोरोना के मामले तेजी से दुनियाभर में फैलने के बाद भारत ने 23 मार्च 2020 से नियमित इंटरनेशनल हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन विदेशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने कुछ देशों के साथ ‘एयर बबल पैक्ट’ किया और उनके साथ चुनिंदा उड़ानों को चालू किया था. लेकिन अब कोरोना के मामले घटते ही अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा को बहाल करने का फैसला लिया गया है.
बता दें, पीएम मोदी का कहना है कि हवाई सफर को इतना सुगम बनाया जाएगा, कि हवाई चप्पल वाले भी हवाई सफर कर सकें. ऐसे में अब उड़ानों की संख्या बढ़ने से किराये में गिरावट आने की उम्मीद है.
आर्थिक संकट से उबरेगा टूरिज्म सेक्टर
नए समर शेड्यूल के अनुसार, विदेशी एयरलाइंस कंपनियां 1,783 साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेंगी, जबकि भारतीय एयरलाइंस कंपनियां हर हफ्ते 1,466 फ्लाइट्स का संचालन करेंगी. इन उड़ानों के बहाल होने से विश्व के साथ भारत की कनेक्टिविटी मजबूत होगी और महामारी से प्रभावित आर्थिक और पर्यटन गतिविधियों को उबरने में तेजी से मदद मिलेगी.
वहीं इंडिगो एयरलाइन ने भी अंतरराष्ट्रीय परिचालन को फिर से शुरू करने की घोषणा की है. इंडिगो की फ्लाइटें दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ, हैदराबाद, अमृतसर, कोझीकोड, कोच्चि, चंडीगढ़, तिरुचिरापल्ली, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरु से विदेशों के लिए उड़ानें भरेंगी. फिलहाल इन स्थानों से दम्मम, कुवैत, अबू धाबी, शारजाह, जेद्दा, रियाद, दोहा, बैंकॉक, फुकेत, सिंगापुर, कोलंबो, दुबई, काठमांडू, मालदीव और ढाका के लिए फ्लाइटें होंगी. IndiGo Airlines ने बताया कि अप्रैल-2022 तक 150 से अधिक इंटरनेशनल रूटों पर चरणबद्ध तरीके से हवाई सेवा बहाल करने का प्लान है.
अब विदेशी सैलानियों पर निगाहें
कोरोना संकट की वजह से विदेशी सैलानी नहीं आ रहे थे, जिससे पर्यटन और होटल उद्योग आर्थिक संकट से जूझ रहा है. रोजगार के लिहाज से पर्यटन और होटल उद्योग भारत में बड़ा क्षेत्र है. इस सेक्टर में करीब 5 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है, जो पिछले दो साल संकट में है. एक अनुमान के मुताबिक कुल पर्यटन में होटल इंडस्ट्री की भागीदारी करीब 50 फीसदी है.
पर्यटन के लिहाज से दुनिया में भारत 10वें नंबर पर है. आंकड़ों के मुताबिक हर साल भारत से 2.5 करोड़ से ज्यादा लोग विदेश घूमने जाते हैं. लेकिन दो सालों से सूखा पड़ा है. वहीं करीब 2 करोड़ विदेशी सैलानी भारत आते हैं. साल 2019 में 1.89 करोड़ विदेशी सैलानी भारत आए थे. फिलहाल टूरिज्म और होटल इंडस्ट्रीज की निगाहें अब विदेशी सैलानियों पर टिकी हैं.