देश के तमाम छोटे व्यापारी अब Amazon की एक और डील से परेशान हैं. ऐसे में छोटे व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से इस डील पर रोक लगाने की गुहार की है. जानें क्या है पूरा मामला.
Amazon-Cloudtail का सौदा
ई-कॉमर्स कंपनी Amazon उसके प्लेटफॉर्म पर सबसे बड़ी सेलर कंपनी Cloudtail में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने जा रही है. पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि इसके लिए उसे CCI की मंजूरी का इंतजार है. लेकिन कंपनी की इस डील ने उसके प्लेटफॉर्म पर बिजनेस करने वाले कई छोटे सेलर्स की नींद हराम हो सकती है.
CAIT की है ये दलील
छोटे व्यापारियों का संगठन कैट Amazon-Cloudtail Deal का विरोध कर रहा है. उसकी दलील है कि एमेजॉन पहले ही अपने प्लेटफॉर्म पर क्लाउडटेल को वरीयता देता है. इसके पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं. ऐसे में इस डील के होने के बाद वह निश्चित तौर पर क्लाउडटेल को अपने प्लेटफॉर्म पर ज्यादा स्पेस देगा और इससे भारत में ई-कॉमर्स मार्केट अस्थिर होगा.
कैट ने एक बयान में कहा कि उसकी तरफ से वकील अबीर रॉय ने याचिका दायर की है. उन्होंने क्लाउडटेल के कम फीस या शुल्क और कमीशन लेने के साक्ष्य पेश किए हैं. ई-कॉमर्स सेक्टर से जुड़े नियमों के मुताबिक एमेजॉन जैसे प्लेटफॉर्म्स को सभी सेलर्स के साथ निष्पक्ष और उचित व्यवहार करना है. इन कंपनियों को ई-कॉमर्स के लिए सिर्फ एक टेक्नोलॉजी प्रोवाइड करने वाला फोरम बने रहना है. ये एफडीआई नियमों का भी उल्लंघन है.
Cloudtail में Amazon की हिस्सेदारी
क्लाउडटेल में अभी एमेजॉन की 24% हिस्सेदारी है. बाकी 76% हिस्सेदारी एन. आर. नारायण मूर्ति की निजी निवेश कंपनी Catamaran Ventures की है. वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 171% बढ़कर 183 करोड़ रुपये रहा है.
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