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गडकरी का 'हाइवे' देख आनंद महिंद्रा बोले- बचपन में ऐसी सड़कें होतीं तो मजा आ जाता!

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-275 की कुछ तस्वीरें साझा की, जो नेशनल हाइवे के बेंगलुरू-निदाघत्ता-मैसुरू सेक्शन की हैं. आनंद महिंद्रा ने गडकरी के पोस्ट को शेयर करते हुए बताया कि कैसे यह हाइवे उनके बचपन को और मजेदार बना सकता था.

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महिंद्रा को आई बचपन की याद
महिंद्रा को आई बचपन की याद
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हाइवे की तस्वीरों ने दिलाई बचपन की याद
  • अक्टूबर में पूरा हो रहा है कंस्ट्रक्शन का काम

सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) अपने पोस्ट को लेकर चर्चा बटोरते रहते हैं. इंडस्ट्री से लेकर स्पोर्ट्स तक और डिफेंस से लेकर एग्रीकल्चर तक के टॉपिक्स पर लिखते रहने वाले महिंद्रा को ताजे पोस्ट में अपने स्कूल के दिनों की याद आ गई है. इसका कारण भी बड़ा दिलचस्प है. महिंद्रा को हाल ही में तैयार 10 लेन वाले एनएच 275 की तस्वीरें देखकर बचपन की याद आई है.

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गडकरी ने शेयर की ये तस्वीरें

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने चंद दिनों पहले एनएच-275 की कुछ तस्वीरें साझा की थी, जो नेशनल हाइवे (National Highway) के बेंगलुरू-निदाघत्ता-मैसुरू सेक्शन (Bengaluru-Nidaghatta-Mysuru section) की हैं. कर्नाटक राज्य में पड़ने वाला यह सेक्शन 117 किलोमीटर लंबा है और 10 लेन वाला है. इसे 8,350 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. गडकरी बताते हैं कि कंस्ट्रक्शन का काम लगभग पूरा होने वाला है. पूरा सेक्शन अक्टूबर 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा.

तस्वीरें देख नॉस्टेल्जिक हुए महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने गडकरी के पोस्ट को शेयर करते हुए बताया कि कैसे यह हाइवे उनके बचपन को और मजेदार बना सकता था. महिंद्रा लिखते हैं, 'मैंने 5 साल तक उदघमंडलम (ऊटी) के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई की है. हम बेंगलुरू से स्कूल तक की जर्नी दोस्तों के साथ कार में करते थे. हमें इसमें कम-से-कम 6 घंटे लगते थे. अगर यह हाइवे उस समय होता तो हमारी जर्नी कितनी आसान और एक्साइटिंग होती.'

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यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शन

आनंद महिंद्रा के रीपोस्ट करते ही यूजर अपनी प्रतिक्रियाएं देने लग गए. एक यूजर ने टोका कि यह हाइवे नहीं होने से निश्चित तौर पर दोस्तों के साथ जर्नी के दौरान ज्यादा समय बिताने का मौका मिला होगा और ज्यादा यादें जमा हुई होंगी. महिंद्रा ने यूजर की बात से सहमति जताते हुए कहा कि उसकी बात बिलकुल सही है. एक अन्य यूजर ने लिखा कि कन्वेंशनल और मॉडर्न दोनों तरह की सड़कें और रास्तें एक साथ होने चाहिए. आनंद महिंद्रा इस बात से भी सहमत नजर आए.

 

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