खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता (Vedanta) ने चालू वित्त वर्ष के लिए 17.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के तीसरे डिविडेंड (Dividend) का ऐलान कर दिया है. शेयर बाजारों (Stock Markets) को भेजी सूचना में कंपनी की ओर से यह जानकारी साझा की गई है. इस घोषणाा के बाद वेदांता के शेयरहोल्डर्स की बल्ले-बल्ले हो गई है.
17.50 रुपये प्रति शेयर को मंजूरी
पीटीआई के मुताबिक, अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) के नेतृत्व वाले वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) की ओर से मंगलवार को इस फैसले के बारे में बताया गया. नियामकीय फाइलिंग में दी गई जानकारी को देखें, तो इसमें कहा गया है कि कंपनी के निदेशक मंडल ने एक प्रस्ताव के जरिए वित्त वर्ष 2022-23 के लिए Share Holders को 17.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर या एक रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य पर 1,750% के तीसरे के तीसरे डिविडेंड को मंजूरी दी है.
30 नवंबर की रिकॉर्ड डेट तय
वेदांता की ओर से शेयरहोल्डर्स को जो डिविडेंड देने का ऐलान किया है कि वो किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज से ज्यादा है. इस हिसाब से भुगतान की कुल राशि 6,505 करोड़ रुपये होती है. कंपनी ने कहा गया कि डिविडेंड के पेमेंट के लिए रिकॉर्ड डेट 30 नवंबर तय की गई है और इस निर्धारित समयसीमा के भीतर ये दे दिया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता का Gross Debt 30 नवंबर 2022 को 58,597 करोड़ रुपये था.
इससे पहले इतना बांटा था डिविडेंड
Vedanta की ओर से इससे पहले दो डिविडेंड दिए जा चुके हैं. कंपनी ने शेयरहोल्डर्स (Vedanta Shareholders) को पहला डिविडेंड 31.5 रुपये, जबकि 19.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के दूसरे अंतरिम डिविडेंड को अपनी हरी झंडी दिखाई थी. यहां बता दें, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में वेदांता का एकीकृत शुद्ध लाभ 60.8% गिरकर 1,808 करोड़ रुपये रह गया. पिछले वर्ष समान तिमाही में उसे 4,615 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.
Bihar से लंदन तक का सफर
अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड (VDL) तेल व गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, एल्यूमीनियम, लौह अयस्क, स्टील और बिजली व्यवसायों में परिचालन करती है. इसका मुख्यालय लंदन (London) में है. अनिल अग्रवाल ने बिहार से अपने कारोबार की शुरुआत की थी और अपनी मेहनत की दम पर वेदांता को लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली पहली भारतीय कंपनी बना दिया. वेदांता रिसोर्सेज (VRL), वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी है और इसमें 69.7% की मालिक है.