इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) के निवेशकों को बड़ा झटका लगा है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE ने कंपनी को निफ्टी 500 समेत छह इंडेक्स में शामिल करने की योजना को कैंसिल कर दिया है. जैसे ही इरेडा को लेकर यह खबर सामने आई शेयरों में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. इंट्राडे के दौरान इरेडा के शेयर 3 फीसदी तक टूट गए और 124.50 रुपये पर लुढ़कर आ गए.
इरेडा के शेयर (IREDA Stocks) पिछले एक महीने से गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं. इस अवधि के दौरान इस कंपनी के शेयरों में करीब 28 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. हालांकि इसके शेयर ने पिछले एक साल में 110 फीसदी का रिटर्न दिया है और जनवरी से लेकर अभी तक इसके शेयरों में 20.40% की बढ़ोतरी हुई है.
क्यों 6 इंडेक्स में शामिल नहीं होगा इरेडा?
इरेडा को निफ्टी मिडकैप 150, निफ्टी मिडकैप 100, निफ्टी 200, निफ्टी लार्जमिडकैप 250, निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 और निफ्टी टोटल इंडेक्स में शामिल करने की योजना थी. NSE की एक फाइलिंग के मुताबिक, उसने अपने पहले फैसले बदलते हुए इरेडा को इन इंडेक्स में शामिल नहीं करने की योजना है. कंपनी पर आरोप है कि इक्विटी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के लिए सेबी नियमों का उल्लंघन किया था. एनएसई ने 28 फरवरी, 2024 को इरेडा को निफ्टी के अलग-अलग इंडेक्स में शामिल करने का फैसला लिया था. यह 28 मार्च 2024 से प्रभावी होने वाला था. हालांकि NSE ने इस फैसले को रद्द कर दिया है.
कहां तक गिरेगा ये स्टॉक?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लिस्टिंग के बाद शानदार शुरुआत और शेयर के 50 रुपये से 215 रुपये के स्तर तक बढ़ने के बाद पिछले कुछ समय में इसके कीमत में बड़ी गिरावट आई है. यह गिरावट 50 फीसदी से ज्यादा की है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस शेयर के लिए वॉल्यूम एक्टिविटी मिसिंग है और सीमित डेटा के कारण अगला टारगेट प्राइस तय कर पाना मुश्किल है.
कंपनी के तिमाही नतीजे
कंपनी ने दिसंबर में समाप्त तिमाही (Q3FY24) के दौरान अपने नतीजे जारी किए थे. इस तिमाही में कंपनी के प्रॉफिट में 67.15% की सालाना बढ़ोतरी हुई थी, जो पहले 335.54 करोड़ रुपये था. दिसंबर तिमाही के दौरान राजस्व 1252.85 करोड़ रुपये रहा, जो 868.67 करोड़ रुपये था. इसमें साल-दर-साल लगभग 44.22% की बढ़ोतरी हुई है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)