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महंगाई के एक और बड़े झटके को रहें तैयार, देश में बढ़ सकते हैं CNG-PNG के दाम!

CNG-PNG Price: जेफ्रीज ने कहा है कि IGL को दिल्ली में सीएनजी के दाम 8 रुपये प्रति किलो और मुंबई में MGL को कीमतों में 9 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. बता दें ब्रिटिश थर्मल यूनिट गैस मूल्य में 1 डॉलर की वृद्धि पर शहरी गैस वितरण संस्थाओं को सीएनजी की कीमत 4.7 से 4.9 रुपये प्रति किलो बढ़ानी पड़ती है.

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सीएनजी-पीएनजी के दाम में वृद्धि की आशंका
सीएनजी-पीएनजी के दाम में वृद्धि की आशंका

देश में महंगाई (Inflation) उच्च स्तर पर है और इसे काबू में करने की तमाम कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं. महंगाई के इस दौर में पहले से ही रसोई का बजट गड़बड़ाया हुआ है और अब यह और भी बिगड़ सकता है. इसके साथ ही वाहन चलाना भी महंगा हो सकता है. दरअसल, एक रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि आने वाले दिनों में CNG-PNG की कीमतों में बड़ी वृद्धि देखने को मिल सकती है. 

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8-12 रुपये महंगी हो सकती है CNG
पीटीआई के मुताबिक, प्राकृतिक गैस (Natural Gas) की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के चलते इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि देश में गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की जा सकती है. इसमें कहा गया है कि सीएनजी (CNG) के दाम 8 से 12 रुपये प्रति किलो तक बढ़ सकते हैं. इसके अलावा रसोई गैस (LPG) की कीमतों में 6  रुपये प्रति यूनिट की तेजी देखने को मिल सकती है. 

नेचुरल गैस के दाम में वृद्धि का असर
सरकार ने बीते हफ्ते ही पुराने गैस सेक्टर्स (Old Gas Fields) से प्रोड्यूस्ड गैस के लिए भुगतान की जाने वाली दर को मौजूदा 6.1 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (mmBtu) से बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति इकाई कर दिया था. इसके अलावा मुश्किल सेक्टर्स से निकाली जाने वाली गैस की कीमत 9.92 डॉलर से बढ़ाकर 12.6 डॉलर प्रति ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दी गई है. इसके बाद विश्लेषकों ने अनुमान जताया है कि इस बढ़ोतरी का असर देश में गैस की कीमतों पर दिखाई देगा और आने वाले दिनों में कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. 

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नेचुरल गैस का ऐसे होता है इस्तेमाल
गौरतलब है कि नेचुरल गैस (Natural Gas) का इस्तेमाल बिजली, उर्वरक, पावर ऑटोमोबाइल उत्पन्न करने के लिए होता है, जबकि खाना पकाने के लिए घरेलू रसोई में पीएनजी (PNG) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और गाड़ियों में उपयोग होने वाली सीएनजी (CNG) भी इससे ही तैयार होती है. साफ शब्दों में कहें तो नेचुरल गैस इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक प्रमुख कच्चा माल होती है. इसकी कीमतों में बढ़ोतरी का असर सीधे सीएनजी-पीएनजी की कीमतों पर पड़ता है. 

एक्सपर्ट्स ने जताया ये अनुमान
पीटीआई की रिपोर्ट में कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) के हवाले से कहा गया है कि पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस की कीमतें (Gas Price) साल भर ही में करीब 5 गुना तक बढ़ चुकी हैं. सितंबर 2021 में इसकी कीमत 1.79 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू (mmBtu) थी, जो सितंबर 2022 में बढ़कर 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू तक पहुंच गई. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) के मुताबिक, कच्चे माल की लागत बढ़ने से सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में क्रमश: 6.2 रुपये प्रति मानक घनमीटर और 9 से 12.5 रुपये प्रति किलो की वृद्धि देखने को मिल सकती है. 

इसके अलावा जेफ्रीज (Jefferies) ने कहा है कि नेचुरल गैस के भाव में तेजी के कारण इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) को दिल्ली में सीएनजी के दाम 8 रुपये प्रति किलो और मुंबई में महानगर गैस लिमिटेड (MGL) को कीमतों में 9 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, एमएमबीटीयू गैस मूल्य में हर 1 डॉलर की बढ़ोतरी पर शहरी गैस वितरण (CGD) संस्थाओं को CNG की कीमत 4.7 से 4.9 रुपये प्रति किलो बढ़ानी पड़ती है. 

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