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भारत में लाखों लोग बेघर, लेकिन ठाठ-बाट में राजाओं को पीछे छोड़ रहे अमीर: ओबामा 

अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने अपनी नवीनतम किताब अ प्रॉमिस्ड लैंड में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए.

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भारतीय उद्यमियों के साथ ओबामा (फाइल फोटो: PTI)
भारतीय उद्यमियों के साथ ओबामा (फाइल फोटो: PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ओबामा की हाल में आयी नई बुक की काफी चर्चा है
  • इसमें उन्होंने भारत के बारे में काफी कुछ लिखा है
  • उन्होंने भारतीय उद्योगपतियों के बारे में टिप्पणी की है

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी नई किताब में भारतीय उद्योगपतियों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ठाठ-बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है, जबकि लाखों लोग बेघर हैं. 

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अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने अपनी नवीनतम किताब ‘अ प्रॉमिस्ड लैंड’ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का जिक्र करते हुए भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए.

लाखों लोग गरीब और बेघर

न्यूज एजेंसी पटीआई के मुताबिक किताब में ओबामा ने लिखा है, 'देशभर में लाखों लोग गंदगी में रह रहे हैं, अकालग्रस्त गांवों या बदहाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं. वहीं भारतीय उद्योग के महारथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि जिससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए.'

इस किताब में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण दिया है. इस किताब के दो भाग हैं. पहला भाग मंगलवार को दुनियाभर में जारी हुआ. 

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भारत जब आये थे तो कतार में लग गये थे अमीर 

गौरतलब है बराक ओबामा राष्ट्रपति रहने के दौरान साल 2015 में जब भारत यात्रा पर आये थे तो उनसे मिलने के लिए देश के दिग्गज अमीर कतार में लग गये थे. इसमें मुकेश अबानी से लेकर रतन टाटा तक शामिल थे. तब इस तरह का एक फोटो काफी वायरल हुआ था. 

Indian CEO

बढ़ती जा रही असमानता 

गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में जारी Oxfam India इंडिया की रिपोर्ट में भी भारत में भारी असमानता की ओर ध्यान दिलाया गया था. इसमें कहा गया था कि पिछले एक साल में भारत की कुल संपत्ति में 625.5 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई. इसमें ऊपर के 1 फीसदी व्यक्तियों यानी सुपर रिच की संपत्ति में 46 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि नीचे के 50 फीसदी व्यक्तियों में मात्र 3 फसदी की वृद्धि हुई.

अरबपतियों की संपदा 2017 में 325.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (22,72,500 करोड़ रुपए) से बढ़कर साल 2019 में 408 बिलियन अमेरिकी डॉलर (28,96,800 करोड़ रुपए) तक पहुंच गई. भारत के 63 अरबपतियों की कुल संपत्ति भारत के 2018-19 के कुल केन्द्रीय बजट 24,42,200 करोड़ रुपए से भी अधिक थी. 


 

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