शेयर मार्केट (Share Market) में रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail Investors) की भागीदारी लगातार बढ़ रही है. खासकर कोरोना काल में डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलने की रफ्तार तेज हो गई. रिटेल इन्वेस्टर्स अक्सर मार्केट में पैसे लगाने के लिए ऐसे पेनी स्टॉक्स (Penny Stocks) की तलाश करते हैं, जो बढ़िया रिटर्न देने में कामयाब रहे हों. कौड़ियों के भाव वाले कुछ पेनी स्टॉक्स का तो ऐसा शानदार रिटर्न देने का रिकॉर्ड रहा है कि आप हैरान रह जाएं. Advik Capital भी एक ऐसा ही नेली स्टॉक है, जिसने इन्वेस्टर्स को मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Return) दिया है.
डेढ़ साल में 1,700 फीसदी चढ़ा स्टॉक
करीब डेढ़ साल पहले बीएसई (BSE) पर इस स्टॉक की वैल्यू महज 0.29 पैसे थी. अभी इसकी वैल्यू 4.97 रुपये है. पिछले सप्ताह 12 अप्रैल को यह स्टॉक 5.25 रुपये पर बंद हुआ था. इस तरह देखें तो पिछले 18 महीने में इस स्टॉक ने 1,700 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न दिया है. अगर कोई इन्वेस्टर 18 महीने पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में मात्र 1 लाख रुपये लगाया होता और अभी तक उसे होल्ड करके रखता, तो उसके निवेश की वैल्यू अभी बढ़कर 18 लाख रुपये हो गई होती.
छह महीने से लेकर साल भर तक मिला इतना रिटर्न
इस स्टॉक ने हाल-फिलहाल में भी बढ़िया रिटर्न दिया है. पिछले एक सप्ताह में यह स्टॉक 1.22 फीसदी ऊपर चढ़ा है. एक महीने की बात करें तो इस दौरान Advik Capital का शेयर करीब 31 फीसदी ऊपर चढ़ा है. बीते छह महीने के दौरान इसमें करीब 46 फीसदी की तेजी आई है, जबकि इस साल अब तक इस स्टॉक का भाव 71 फीसदी चढ़ चुका है. बीते एक साल के दौरान भी इसने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. इस दौरान इसका भाव करीब 340 फीसदी चढ़ा है.
मीलों पीछे छूटे बीएसई सेंसेक्स, एनएसई निफ्टी
इस स्टॉक ने रिटर्न देने के मामले में ब्रॉडर मार्केट को तो मीलों पीछे छोड़ दिया है. बीते 18 महीने में जब यह स्टॉक करीब 1,700 फीसदी चढ़ा है, उसी समय एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स महज 50 फीसदी चढ़ पाया है. इसी तरह बीएसई सेंसेक्स इन 18 महीनों के दौरान करीब 48 फीसदी ऊपर जा सका है. अभी Advik Capital का मार्केट कैप करीब 110 करोड़ रुपये है. दिसंबर 2021 में समाप्त हुई तिमाही में कंपनी को 15 लाख रुपये का प्रॉफिट हुआ था, जबकि रेवेन्यू का आंकड़ा 6.13 करोड़ रुपये रहा था.
(Disclaimer: शेयर बाजार में पैसे लगाने पर कई तरह के रिस्क होते हैं. स्टॉक मार्केट में पैसे लगाने से पहले आप खुद से रिसर्च जरूर करें या अपने पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर की सलाह लें.)