देश में महंगाई (Inflation) की मार सड़क से लेकर रसोई तक पड़ी है. खाद्ध पदार्थों के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है. लेकिन अब आम आदमी के लिए एक राहत भरी खबर आई है. दरअसल, महीनेभर में ही टमाटर के दाम (Tomato Price) में 60 फीसदी तक की गिरावट आई है, जून में यह 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा था.
जून में 100 रुपये किलो थी कीमत
आमतौर पर हर रसोई में सब्जी बनाने में आलू (Potato) और टमाटर (Tomato) का इस्तेमाल होता है. लेकिन बीते दिनों टमाटर के दाम में आई जोरदार तेजी के कारण यह रसोई से लगभग गायब हो गया था. इसका कारण ये था कि टमाटर की कीमत हर दिन आसमान छू रही थी. जून में तो यह 100 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बाजारों में बिका था. हालांकि, सरकार की ओर से अब जो आंकड़े (Govt Data) पेश किए गए हैं, वो आम आदमी को राहत देने वाले हैं.
40 रुपये किलो पर आया भाव
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, टमाटर के दाम में इस महीने 60 फीसदी तक की गिरावट आई है और यह 100 रुपये से घटकर अब 40 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. जून में टमाटर के भाव में 158.78 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया था. लेकिन जुलाई में कीमत लगातार कम होने से अब फिर से टमाटर खाने की थाली में पहुंच गया है.
टमाटर के उत्पादन में आई तेजी
एशिया में सबसे बड़ी आजादपुर मंडी के टमाटर व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा कि देश भर में टमाटर के लाल होने का कारण जून में भीषण गर्मी से फसल पर पड़ा असर था. लेकिन, अब बारिश होने से इसके उत्पादन (Tomato Production) में तेजी आई है और टमाटर सस्ता होने लगा है. कर्नाटक के शिमला और कोलार, बागपल्ली, चिंतामणि जिलों के अलावा आंध्र के मदनपल्ले जैसे स्थानों से टमाटर की आपूर्ति बेहद मजबूत हई है.
आलू की कीमत में इजाफा जारी
टमाटर के साथ ही आलू (Potato) की कीमत में भी जून में खासी तेजी दर्ज की गई थी. एक ओर जहां टमाटर ने लोगों को राहत दी है, लेकिन आलू के भाव में तेजी का सिलसिला भी जारी है. जून 2022 में आलू की कीमत 23.86 फीसदी बढ़ी थी और जुलाई में भी अच्छी गुणवत्ता वाले आलू की कीमतों में 2 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है. दक्षिण भारत में आलू की मांग बढ़ने से ये इसके दाम में इजाफा हो रहा है.