रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Reliance Industries) ने बिटकॉइन सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी cryptocurrency और ब्लॉकचेन blockchain टेक्नोलॉजी पर अपनी राय रखते हुए कहा कि इन दोनों में काफी अंतर है. उन्होंने कहा कि वे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में भरोसा करते हैं.
फिनटेक (fintech) पर आयोजित एक कार्यक्रम 'Infinity Forum' को संबोधित करते हुए शुक्रवार को मुकेश अंबानी ने कहा कि क्रिप्टो (crypto) की तुलना में ब्लॉकचेन काफी अलग टेक्नोलॉजी है. इस कार्यक्रम का आयोजन गुजरात के GIFT City में इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी के द्वारा किया गया था. उन्होंंने वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम को संबोधित किया.
क्या कहा मुकेश अंबानी ने
उन्होंने कहा, 'ब्लॉकचेन ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें मैं भरोसा करता हूं और यह क्रिप्टो से अलग है.' उन्होंने कहा कि ऐसे स्मार्ट टोकन आ गए हैं जिनसे यह सुनिश्चित होता है कि आप ऐसे लेनदेन कर सकें जिन्हें बदला न जा सके. लेकिन वह खुद रियल टाइम में बिलीव करते हैं और रियल टाइम में सबकुछ बदल जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसा ढांचा तैयार करना जरूरी है जिससे भरोसा आधारित लेनदेन और भरोसा आधारित समाज बन सके.
ब्लाॅकचेन महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी
उन्होंने कहा कि भरोसे और समानता आधारित समाज के लिए ब्लॉकचेन बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, 'इसलिए मुझे लगता है कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के द्वारा रियल टाइम और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में, स्मार्ट टोकन और डिजिटल में कन्वर्जन ही विकेंद्रित वित्तीय क्षेत्र को नए सिरे से परिभाषित करेगा.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर अंकुश लगाने की तैयारी कर रही है. संसद में इसके लिए सरकार शीतकालीन सत्र में ही बिल पेश करेगी. पहले यह चर्चा थी कि सरकार सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर देगी. लेकिन सरकार ने यह साफ किया कि क्रिप्टोकरेंसी पर बैन का प्रस्ताव नहीं है और इसे रेगुलेट किया जाएगा.