बिजनेस टुडे के BT MindRush 2025 का आयोजन शनिवार मुंबई में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में किया गया. इस कार्यक्रम में बिजनेस सेक्टर की बड़ी और दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की. इस दौरान देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में शामिल टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर के सीईओ (Tata Power CEO) प्रवीर सिन्हा ने पावर सेक्टर में ग्रोथ समेत टेक्नॉलॉजी के प्रभाव को लेकर बात की. इसके साथ ही उन्होंने कंपनी की सफलता के बारे में बात करते हुए 3 चीजों पर फोकस करने की बात कही.
रिन्यूएबल एनर्जी की तरफ शिफ्ट हो रहा देश
टाटा पावर के CEO प्रवीर सिन्हा का कहना है कि देश तेजी से रिन्यूएबल एनर्जी की तरह शिफ्ट हो रहा है. 2030 तक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. एक आम कंजूमर के पास एनर्जी के कई विकल्प होंगे. हमने भी कोल में निवेश के साथ ही रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश बढ़ाया. ये एक बदलाव था, जिसका असर भी देखने को मिला है.
सोलर रूफ टॉप और सोलर एनर्जी के बढ़ते दायरे को लेकर उन्होंने कहा कि सोलर एनर्जी (Solar Energy) सेक्टर में देश अभी पीछे है, जबकि देश के 80 फीसदी हिस्सों पर सूर्य की रोशनी की कोई कमी नहीं है. लेकिन अब इस क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है, ये एक बेहतर विकल्प है.
आज टाटा पावर में 25000 कर्मचारी
Tata Power के सीईओ Praveer Sinha ने कहा कि बीते समय में पावर सेक्टर में काफी अनिश्चितताएं थीं, लेकिन हमने समय के साथ इस Disruption को समझा और नई सोच के साथ आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि लीडरशिप सिर्फ एक्शन के लिए नहीं, बल्कि बदलाव के बारे में सोचने और उचित विचार कर आगे की राह मजबूत करने को कहते हैं. हमने सही कदम उठाए, इस बीच कुछ सेक्रिफाइज भी किए. आज टाटा वापर 25000 कर्मचारियों को नौकरी दे रहा है. उन्होंने कहा कि हमने तीन चीजों पर आगे बढ़ते हुए ये सफलता पाई है. इनमें इनोवेशंस, क्रिएटिविटी और नई चीजों को आजमाना शामिल है.
चुनौतियां जीवन का एक हिस्सा
टाटा पावर सीईओ के साथ ही पैनल में मौजूद KPIT Tech के सीईओ, किशोर पाटिल (Kishor Patil) ने समय के साथ टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव पर कहा कि व्यवधान जीवन का एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि हमने दो तिहाई बिजनेस को समय के साथ बदला, हम सोचते हैं कि चुनौतियां टेक्नोलॉजी का प्रभाव बढ़ने की वजह से आईं और हमने इसे समझते हुए टेक में बड़ा निवेश किया. कंज्यूमर नीड को समझा और उसे लेकर आगे बढ़े.
किशोर पाटिल ने कहा कि हमने भविष्य देखा. कारें अब केवल मशीन नहीं रह गई थीं, बल्कि वे पहियों पर चलने वाले कंप्यूटर बन रहे थे. KPIT ने ऑटोमोटिव सॉफ़्टवेयर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने व्यवसाय का दो-तिहाई हिस्सा बेच दिया. उन्होंने कहा कि उस समय ये जोखिम भरा कदम लग रहा था, लेकिन इसका फायदा मिला. आज, KPIT इस क्षेत्र में अग्रणी है, जो सीधे कार निर्माताओं के साथ काम करता है और स्वायत्त वाहनों और ओवर-द-एयर अपडेट जैसे नवाचारों को आगे बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि पिछले 4 से 5 साल में टेक्नोलॉजी सेक्टर में जमकर निवेश हुआ है. टेक्नोलॉजी सेक्टर तेजी से बदल रहा है. उदाहरण के तौर एक कार को देख सकते हैं, पिछले 5 साल में कैसे एक सस्ती कार में भी तमाम तरह के टेक्नोलॉजी फीचर्स मिल रहे हैं.
'ये एक अवसर भी बन सकता है...'
कार्यक्रम में मौजूद Presistent System के सीईओ संदीप कालरा ने भी कहा कि किसी भी तरह का व्यवधान एक अवसर भी बन सकता है और इसका सीधा उदाहरण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है. इस दौरान लॉजिटेक इंडिया के सीईओ आनंद लक्ष्मणन ने कहा कि कोविड (Covid) के दौरान एक बड़ा बदलाव देखने को मिला और हम ऑफिस से जूम मीटिंग्स पर शिफ्ट हो गए, ये एक बड़ा शिफ्ट था. ये एक टेक्नोलॉजिकल बदलाव रहा.