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Budget Aajtak: कांग्रेस-शिवसेना ने बजट को बताया महिलाओं के साथ विश्वासघात, बीजेपी ने ऐसे किया पलटवार

Budget Aajtak: बजट आजतक के कार्यक्रम में बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कई सवालों के जवाब दिए, इस दौरान सांसदों से ये जानने का प्रयास किया गया कि ये बजट महिलाओं के लिए कितना लाभकारी है. उनकी रसोई पर इस बजट से क्या असर पड़ने वाला है.

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बजट पर चर्चा करतीं अपराजिता सारंगी, प्रियंका चतुर्वेदी और रंजीत रंजन
बजट पर चर्चा करतीं अपराजिता सारंगी, प्रियंका चतुर्वेदी और रंजीत रंजन

बजट आजतक के महामंच पर बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने शिरकत की. इस दौरान एक सवाल के जवाब में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब तक महिलाएं अर्थव्यवस्था से नहीं जुड़ेंगी, तब तक जीडीपी ग्रोथ रेट नहीं बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि बजट से उम्मीद थी कि महिलाओं के लिए टैक्स रेट में कमी की जाएगी या फिर कोई स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जाएगा. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि पांच साल में सैलरी में बढ़ोतरी नहीं हुई, लेकिन खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं. राशन से लेकर घर का लोन भी बढ़ गया है. सेविंग्स में भी कोई फायदा नहीं हो रहा है. अब 100 रुपये की कीमत 10 रुपये कर दी है. उन्होंने कहा कि मिडिल इनकम ग्रुप तो मुफ्त राशन की श्रेणी में भी नहीं आता. 

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कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि अंत्योदय योजना के तहत किसी घर के 5 सदस्य 10 किलो प्रति सदस्य के हिसाब से 50 किलो अनाज लेते थे, उन्हें अब सिर्फ 25 किलो अनाज ही मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में एक तरफ से गरीब को 5 किलो देते हैं तो दूसरी तरफ से उसका दूध और दही भी छीन लेते हैं. रंजीत रंजन ने बजट को लेकर कहा कि कुछ लोगों का साथ और अपना विकास पर आधारित है. उन्होंने इस बजट को महिलाओं के साथ विश्वासघात बताया. कांग्रेस सांसद ने कहा कि महिला सम्मान पत्र की बात की जा रही है. 

80 फीसदी महिलाओं के पास अकाउंट्स तक नहीं हैं. सिर्फ 20 हजार महिलाएं ऐसी हैं, जो पैसे खाते में जमा कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि इनडायरेक्ट टैक्स में गैस सिलेंडर, पेट्रोल डीजल का रेट कम नहीं किया. दूध, दही, चावल पर भी 5 फीसदी जीएसटी लगा दिया. उन्होंने कहा कि ये अमृतकाल नहीं, बल्कि अडानीकाल का बजट है.

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कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा देश इंतजार कर रहा है कि अडानी के मामले में सरकार क्या एक्शन ले रही है. इस मामले में सरकार की चुप्पी बहुत बड़ा सवाल खड़ा कर रही है. संसद में विपक्ष के हंगामे और चर्चा न होने के मामले में कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि हमें ये बताया जाए कि एलआईसी को 27 हजार करोड़ रुपये की चपत लगी है, इसका जिम्मेदार कौन है, आज एसबीआई और एलआईसी  की मार्केट वैल्यू गिरी है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है.

बजट आजतक में बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि ये बजट सर्वसमावेशी बजट है. इसमें समाज के हर वर्ग के हर व्यक्ति को छूने वाला बजट है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत में 50 करोड़ लोग लाभान्वित हो रहे हैं, इसमें 50 फीसदी महिलाएं हैं. साथ ही कहा कि मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना से महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं. इतना ही नहीं, किसान सम्मान निधि योजना में अभी तक मोदी सरकार ने 2 लाख 25 हजार करोड़ खर्च किए हैं. 54 हजार करोड़ में से करीब 3 करोड़ रुपये महिला किसानों के खाते में गए हैं. 25448 करोड़ महिला और शिशु विभाग का बजट है, जो कि 268 करोड़ बढ़ा है.

वहीं, प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल पूछते हुए कहा कि मोदी सरकार वादा कर रही थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन वो वादा कहां गया. ये सिर्फ राजनीति से प्रेरित था. साथ ही सदन न चलने देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि सदन चले, क्योंकि सभी जानते हैं कि अडानी की पार्टनरशिप किसके साथ थी.
 

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