आजतक के सहयोगी चैनल बिजनेस टुडे के India@100 Summit एमएसएमई क्षेत्र और भविष्य में इसके विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई. इस पर चर्चा करने लिए क्रिसिल रेटिंग्स के एमडी गुरप्रीत छतवाल (Gurpreet Chhatwal), पॉवर2एसएमई के फाउंडर और सीईओ आर. नारायण (R Narayan), हिंदुस्तान टिन वर्क्स के एमडी संजय भाटिया (Sanjay Bhatia)और एलएनजी भीलवाड़ा ग्रुप के सीएमडी रिजू झुनझुनवाला शामिल हुए.
पीएलआई से एमएसएमई को फायदा
क्रिसिल रेटिंग्स के प्रबंध निदेशक गुरप्रीत छतवाल ने कहा कि भारत एक देश के रूप में परिवर्तन कर रहा है और अच्छी मात्रा में मशीनीकरण हो रहा है. पीएलआई योजना (PLI Scheme) की शुरुआत से एमएसएमई (MSME) को फायदा हुआ है और अंततः एमएसएमई बड़ी कंपनियों के विकास में मदद करेंगे.
MSME सेक्टर हो रहा मजबूत
इस मौके पर बात करते हुए Power2SME के फाउंडर एवं CEO आर. नारायण ने कहा, अगर दुनिया की बात करें तो ग्लोबल जीडीपी में एमएसएमई 49-50 फीसदी तक योगदान दे रहे हैं. विकसित अर्थव्यवस्थाओं में एमएसएमई का कंट्रीब्यूशन 60 फीसदी तक है. उन्होंने कहा कि अगर भारत की बात करें तो 2012 से अब तक की अवधि के दौरान यानी बीते 10 सालों में एमएमएसई ने जीडीपी में 15 से 18 फीसदी का योगदान दिया है. इसे 40 फीसदी पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. ये आंकड़े बताते हैं कि इकोनॉमी के लिए बैक बोन माने जाने वाला एमएसएमई सेक्टर मजबूत हो रहा है.
झटकों के बाद तेजी से उबरा ये क्षेत्र
हिंदुस्तान टिन वर्क्स के मैनेजिंग डाइरेकटर संजय भाटिया ने कहा , सरकार को इस बात पर ध्यान देना होगा कि वह नीतियों के जरिये कैसे मदद कर सकती है, एमएसएमई को कैसे फंड मुहैया करा सकती है, ताकि एमएसएमई सेक्टर संकट से उबर सके. उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को तीन झटके लगे हैं. पहला झटका नोटबंदी के रूप में लगा, उसके बाद जीएसटी लागू हुआ और फिर कोरोना महामारी आ गई. इन तीन झटकों ने एमएसएमई सेक्टर को बदहाल किया. लेकिन ये तेजी के साथ उबरा.
छोटी फर्मों में उद्यमिता का स्तर शानदार
एलएनजे भिलवाड़ा ग्रुप के सीएमडी रिजू झुनझुनवाला ने कहा कि छोटी कंपनियों के स्तर पर उद्यमिता का स्तर शानदार है. उन्होंने कहा, 'छोटी कंपनियों में उद्यमिता का जो स्तर मैंने देखा है, वह शानदार है. मैंने कई ऐसे लोगों को देखा है, जिनके पास आइडियाज की कमी नहीं है, लेकिन उनके पास फाइनेंस नहीं है. इस स्थिति को दूर किया जाना चाहिए.