बीता अगस्त महीना देश के लिए बड़ा कीर्तिमान रचने वाला साबित हुआ था. दरअसल, 23 असग्त 2023 को भारत के Chandrayaan-3 ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की थी और दुनिया ने इसी सराहना करते हुए तारीफ की थी. खास बात ये है कि चंद्रमा के साउथ पोल (Moon South Pole) पर यान उतारने वाला भारत दुनिया का अकेला देश बना है. चांद पर इतिहास रचने के इस मिशन में इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के साथ ही देश की कई बड़ी-बड़ी कंपनियों की भूमिका रही.
इनमें इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (Larsen and Toubro Ltd) भी शामिल है. इस योगदान का फायदा भी कंपनी को मिला है और तीन महीने में ही कंपनी के मुनाफे (L&T Profit Rise) में 45 फीसदी का उछाल आया है.
चंद्रयान-3 मिशन में कंपनी का रोल
सबसे पहले बात करते हैं लार्सन एंड टूब्रो (Larsen and Toubro Ltd) द्वारा चंद्रयान-3 मिशन में दिए गए योगदान के बारे में, तो बता दें कंपनी की एयरोस्पेस यूनिट ने Chandrayaan-3 के लॉन्च व्हीकल के लिए जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई की थी. यान का Booster Segment इस कंपनी के द्वारा ही तैयार किया गया था, जिसमें हेड एंड सेगमेंट, मिडिल सेगमेंट और नोजल बकेटफ्लेंज शामिल हैं. चंद्रयान मिशन के लैंडिंग से पहले ही कंपनी के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिलने लगी थी और अब मिशन की सफलता का क्या असर कंपनी की कमाई पर पड़ा है ये तिमाही नतीजों ने साफ कर दिया है.
दूसरी तिमाही में शानदार नतीजे
लार्सन एंड टूब्रो कंपनी ने मंगलवार को अपनी दूसरी तिमाही के नतीजों (L&T Q2 Results) का ऐलान किया. कंपनी की ओर से बताया गया कि उसका नेट प्रॉफिट 44.6 फीसदी बढ़कर 3,222.63 करोड़ रुपये हो गया है. आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते एक साल के दौरान कंपनी के मुनाफे में जोरदार उछाल आया है. बीते साल की समान अवधि में एलएंडटी का नेट प्रॉफिट 2,228.97 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था. इस साल की पहली तिमाही में भी कंपनी के नेट प्रॉफिट में जोरदार तेजी देखने को मिली थी. तब ये 2,493 करोड़ रुपये रहा था.
कंपनी के रेवेन्यू में आया जोरदार उछाल
कंपनी की बिक्री के आंकड़ों में भी शानदार बढ़ोत्तरी देखने को मिली है और ये सालाना आधार पर 19.3 फीसदी, जबकि तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 6.6 फीसदी बढ़कर 51,024 करोड़ रुपये दर्ज की गई है. लार्सन एंड टूब्रो की आय जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान बढ़कर 52,157.02 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 43,501.14 करोड़ रुपये थी. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनी का रेवेन्यू 21,898 करोड़ रुपये रहा है.
तिमाही नतीजों का शेयरों पर दिखेगा असर!
अगस्त महीने में जब चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च करने की तैयारी चल रही थी, तब इसमें 3.98 लाख करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू वाली कंपनी एलएंडटी की भूमिका के चलते कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था और ये सिलसिला यान की साउथ पोल पर सफल लैंडिंग तक लगातार जारी रहा था. फिलहाल की बात करें, तो दो हफ्तों में शेयर बाजार (Share Market) में जारी उथल-पुथल के बीच L&T Stocks में भी गिरावट आई है, लेकिन बीते छह महीने में इसने अपने निवेशकों को 22 फीसदी का रिटर्न दिया है. खबर लिखे जाने तक एलएंडटी का शेयर 2899.20 रुपये के लेवल पर कारोबार कर रहा था.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)