दिग्गज भारतीय कारोबारी अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की कंपनी वेदांता लिमिटेड से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में आगे बढ़ाने के मद्देनजर कंपनी द्वारा ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) के साथ की गई डील टूट गई है. Vedanta के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) लगाने के लिए ये करार किया गया था, जिससे अब फॉक्सकॉन ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. बीते साल ही दोनों कंपनियों ने गुजरात में 19.5 अरब डॉलर (करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये ) के निवेश के साथ सेमीकंड्क्टर और डिस्प्ले प्रोडक्शन प्लांट लगाने का ऐलान किया था.
बिना कारण बताए ही तोड़ दी डील
Foxconn ने सोमवार को कहा कि वह वेदांता लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम से बाहर निकल रही है, जिसे भारत से सेमीकंडक्टर बनाने के लिए स्थापित किया गया था. इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता ने इस डील को बिना कोई कारण बताए ही तोड़ दिया है. कंपनी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि फॉक्सकॉन ने तय किया है कि वह वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर पर किया गया समझौता आगे नहीं बढ़ेगा.
वेदांता के साथ डील कैंसिल होने से अनिल अग्रवाल के प्लान को लगा है. हालांकि, कंपनी ने इसे एक अच्छा अनुभव बताते हुए कहा कि फॉक्सकॉन भारत के सेमीकंडक्टर विकास की दिशा को लेकर आशान्वित है. हम सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल का मजबूती से समर्थन करते रहेंगे.
फॉक्सकॉन का नाम हटाने का फैसला
ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता ने कहा कि फॉक्सकॉन अब वेदांता की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई से फॉक्सकॉन नाम को हटाने के लिए काम कर रहा है. सेमीकंडक्टर विचार को वास्तविकता में लाने के लिए वेदांता के साथ एक साल से अधिक समय तक काम किया था, लेकिन अब इस करार को समाप्त करने का पारस्परिक निर्णय लिया था.
इससे पहले शुक्रवार को अनिल अग्रवाल के वेदांता ग्रुप की ओऱ से कहा गया था कि वो ज्वाइंट वेंचर की हेल्डिंग कंपनी का टेकओवर करेगी जिसने फॉक्सकॉन के साथ सेमीकंडक्टर बनाने के लिए करार किया था. कंपनी ने कहा था कि वो डिस्प्ले ग्रास मैन्युफैक्चरिंग वेंचर का भी वॉलकैन इवेस्टमेंट से टेकओवर करेगी.
डील टूटने पर IT मंत्री का ट्वीट
ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) ने सेमीकंडक्टर बनाने को लेकर वेदांता के साथ ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने का ऐलान किया, तो इसके बाद इस मामले आईटी मंत्री की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया आई है. IT Minister राजीव चंद्रशेखर ने एक ट्वीट कर कहा है कि वेदांता के साथ अपने JV से हटने के फॉक्सकॉन के इस निर्णय का भारत के सेमीकंडक्टर फैब लक्ष्यों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
➡️This decision of Foxconn to withdraw from its JV wth Vedanta has no impact on India's #Semiconductor Fab goals. None.
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) July 10, 2023
➡️Both Foxconn n Vedanta have significant investments in India and are valued investors who are creating jobs n growth.
➡️It was well known that both… https://t.co/0DQrwXeCIr
वेदांता का बयान- इस प्रोजेक्ट के लिए प्रतिबद्ध
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि JV VFSL ने मूल रूप से 28 NM के लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, वे उस प्रस्ताव के लिए उपयुक्त टेक पार्टनर नहीं जुटा सके. वहीं इस डील के खत्म होने पर अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली वेदांता लिमिटेड की ओऱ से भी एक बयान जारी कर टिप्पणी की गई है. वेदांता के मुताबिक, वह सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट के लिए प्रतिबद्ध है और भारत के पहले सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट के लिए अन्य पार्टनर्स भी ढूंढ़े हैं. कंपनी ने जल्द प्रोडक्शन ग्रेड 28nm का लाइसेंस मिलने का विश्वास जताया है.