शेयर बाजार (Stock Market) में लंबे समय से जारी गिरावट के बीच एक राहत भरी खबर आई है. सोमवार को जहां सेंसेक्स और निफ्टी ओपन होने के साथ ही लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे और अंत में रेड जोन में ही बंद हुए. तभी सिटीग्रुप (Citigroup Inc) की ओर से भारतीय शेयर मार्केट को अपग्रेड करते हुए 'ओवरवेट' किया गया है. इसके साथ ही एस्पर्ट्स ने निफ्टी (Nifty) में जोरदार रिकवरी की भी उम्मीद जाहिर की है.
दिनभर टूटते रहे सेंसेक्स-निफ्टी
सबसे पहले बात कर लेते हैं सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार की परफॉर्मेंस के बारे में, तो बता दें कि करीब 500 अंकों की गिरावट लेकर ओपन हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स दिनभर रेड जोन में कारोबार करता नजर आया और मार्केट क्लोज होने पर 856.65 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 74,454.41 के लेवल पर बंद हुआ. Sensex की तरह ही निफ्टी-50 ने भी खराब शुरुआत की और 242.55 अंक टूटकर 22,553.35 के लेवल पर क्लोजिंग की.
भारतीय शेयरों की रेटिंग में बदलाव
सिटीग्रुप इंक की रिपोर्ट पर नजर डालें, तो इसमें Indian Stock Market को न्यूट्रल से ओवरवेट में अपग्रेड किया गया है. ब्रोकरेज ने जिन शेयरों पर ओवरवेट रहने की सलाह दी है, उनमें बैंक, इंश्योरेंस फर्म, फार्मा शेयर, हेल्थकेयर, टेलीकॉम, एनर्जी स्टॉक और सीमेंट सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर शामिल हैं. इसके विपरीत पेंट्स, आईटी सेवाओं और मेटल शेयरों पर 'अंडरवेट' रहने की सलाह दी गई है.
Nifty को लेकर ये भविष्यवाणी
अपनी रिपोर्ट में तमाम सेक्टर्स के शेयरों को अपग्रेड करने के साथ ही विदेशी ब्रोकरेज ने Nifty-50 की जोरदार वापसी की भविष्यवाणी भी की है. सिटीग्रुप इंक के एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि साल 2025 के अंत तक बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी एक बार फिर से रिकवरी करते हुए 26000 का स्तर छू सकता है. इस हिसाब से देखें तो निफ्टी सोमवार को अपने बंद से करीब 15 फीसदी की बढ़त में पहुंच सकता है.
रेपो रेट में और कटौती की उम्मीद
Citigroup के इकोनॉमिस्ट्स ने भारतीय शेयर बाजारों के प्रति पॉजिटिव आउटलुक पेश करने के साथ ही देश की जीडीपी ग्रोथ को लेकर कहा है कि 2025 में भारत की नॉमिनल GDP 6.5 फीसदी पर वापस आ सकती है. ब्रोकरेज ने बजट 2025 में सरकार की ओर से किए गए ऐलानों का हवाला देते हुए कहा है कि 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री करने के सरकार के फैसले से कंज्यूमर सेंटिमेंट पर असर दिखेगा और इससे कंजन्प्शन डिमांड में ग्रोथ दिख सकती है.
इसके अलावा ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के साथ जो शुरुआत की है, अप्रैल-जून में 50 बेसिस पॉइंट की और कटौती देखने को मिल सकती है.