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Russia Ukraine War: सोना-पेट्रोल में उबाल और शेयर बाजार बदहाल, आम आदमी का बुरा हाल

रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरुआत हो चुकी है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि रूस ने एक साथ कई डाइरेक्शन से यूक्रेन पर हमला बोला है. इससे दुनिया भर में असर हो रहा है. भारत में भी लोगों को इसके चलते मार झेलनी पड़ सकती है.

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जंग से बिगड़े हालात (Photo: Reuters)
जंग से बिगड़े हालात (Photo: Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जंग के चलते भारत में भी होगी दिक्कत
  • शेयर बाजार में डूबी लोगों की कमाई

Russia-Ukraine War: भारत से करीब 5 हजार किलोमीटर दूर यूक्रेन और रूस के बीच जंग की शुरुआत हो चुकी है. रूस ने गुरुवार को सूरज निकलने से पहले ही यूक्रेन पर धावा बोल दिया. यूक्रेन की राजधानी कीव में भी मिसाइल हमले किए जा रहे हैं. इतनी दूर चल रही जंग से भारतीय लोगों पर भी असर हो रहा है. लोगों के ऊपर एक साथ तिहरी मार पड़ सकती है.

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बाजार में आई रिकॉर्ड गिरावट

गुरुवार को बाजार खुलने से पहले ही हमले की खबर आ गई. इसके बाद सेंसेक्स  1300 अंक से ज्यादा गिरकर खुला. पूरे दिन बाजार पर प्रेशर बना रहा. दिन का कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 2700 अंक से ज्यादा के नुकसान में रहा. यह लगातार सातवां दिन है, जब बाजार गिरकर बंद हुआ था. करीब दो साल पहले कोविड महामारी के चलते मार्च 2020 में बाजार में इस तरह की गिरावट देखने को मिली थी. सेंसेक्स 17 जनवरी 2022 को 61,308.91 अंक के पीक पर था. इसके बाद से बाजार में लगातार गिरावट आ रही है. बीच में बजट के चलते मार्केट को रिकवर करने में मदद तो मिली, लेकिन नरमी बनी रही. ऐसे में जंग की खबरों ने बाजार का हाल बिगाड़ दिया.

साफ हो गई आम लोगों की कमाई

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पिछले महीने के पीक से बाजार अब तक 6,779 अंक गिर चुका है. यह 11 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट है. पिछले साल के जबरदस्त बुलरन के बाद भारत में रिटेल इन्वेस्टर्स का एक्सपोजर तेजी से बढ़ा है. बीते कुछ साल के दौरान डीमैट अकाउंट खुलने की रफ्तार भी रिकॉर्ड पर है. अभी एलआईसी के प्रस्तावित आईपीओ के चलते रिटेल इन्वेस्टर्स की बाजार में दिलचस्पी बढ़ी हुई है. दूसरी ओर जंग के चलते बाजार की गिरावट ने आम लोगों को हुई कमाई साफ कर दी.

2014 के बाद पहली बार 100 के पार क्रूड ऑयल

दोनों देशों के बीच जंग शुरू होने से कच्चे तेल में ऐसी उबाल आई कि यह 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया. आज ब्रेंट क्रूड का रेट 103 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा. जब पिछले साल नवंबर में डीजल-पेट्रोल पर एक्साइज में कमी की गई थी, तब ब्रेंट क्रूड का भाव 85  डॉलर प्रति बैरल के आस पास था. इस तरह ब्रेंट क्रूड में 21 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. तीन महीने से ज्यादा समय से भारत में डीजल-पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े हैं, जबकि ब्रेंट क्रूड लगातार महंगा हुआ है. लोग कयास लगा रहे हैं कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद इनके दाम बढ़ सकते हैं. अगर क्रूड की तर्ज पर ऐसा किया गया तो डीजल-पेट्रोल के दाम 20 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकते हैं.

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साल भर में सबसे महंगा हो गया सोना

जंग के चलते सोना-चांदी की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं. गुरुवार को एमसीएक्स पर सोना करीब 1,400 रुपये चढ़कर 51,750 रुपये तक पहुंच गया. यह करीब 1 साल में सोने का सबसे ऊंचा भाव है. ग्लोबल मार्केट में भी ऐसा ही रुख देखने को मिला. रूस-यूक्रेन जंग के चलते स्पॉट गोल्ड 1,935 डॉलर प्रति औंस पर चला गा. एनालिस्ट आशंका जता रहे हैं कि यह 2000 डॉलर के लेवल को भी पार कर सकता है. दरअसल अनिश्चितता भरे माहौल में इन्वेस्टर्स सुरक्षित इन्वेस्टमेंट के रूप में सोना-चांदी खरीदते हैं, जिससे इनके भाव चढ़ते हैं. आने वाले समय में अगर इनके दाम और बढ़े तो आम लोगों के लिए इनकी खरीदारी भी मुश्किल हो जाएगी.

 

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