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कोरोना काल में दूसरे देशों को ऑक्सीजन की डबल सप्लाई पर आई ये सफाई

ऐसा लगता है कि पिछले साल मार्च में शुरू हुए कोरोना संकट के बाद भी देश में इसका स्टॉक बनाए रखने के लिए कोई खास कोशि​श नहीं की गई. पिछले साल अप्रैल से इस साल जनवरी के बीच ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना बढ़ा है. 

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 देश से दोगुना हुआ ऑक्सीजन निर्यात (फाइल फोटो)
देश से दोगुना हुआ ऑक्सीजन निर्यात (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अप्रैल से जनवरी के बीच दोगुना हुआ निर्यात
  • फिलहाल देश में Oxygen की किल्लत चल रही

देश में कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन की भारी किल्लत चल रही है. ऐसे में खबर आई कि पिछले साल अप्रैल से इस साल जनवरी के बीच ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना बढ़ा है. लेकिन अब इस पर सरकार के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की सफाई आई है. 

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खबर थी कि अप्रैल से जनवरी 2021 के बीच भारत से ऑक्सीजन का निर्यात दोगुना होकर 9,301 टन तक पहुंच गया. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है. सरकार के ​वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि ये जानकारी सही नहीं है. 

सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, 'लिक्विड ऑक्सीजन के निर्यात की दो श्रेणियां होती हैं मेडिकल और इंडस्ट्रियल. अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 के दौरान भारत ने 9884 टन इंडस्ट्रियल और केवल 12 टन मेडिकल ऑक्सीजन का निर्यात किया है. मेडिकल ऑक्सीजन का यह निर्यात भारत के सालाना उत्पादन का महज 0.4 फीसदी है.' 

ANI tweet

हालांकि जानकारों का यह भी कहना है कि दोनों तरह के ऑक्सीजन बनाने की प्रक्रिया एक ही है. इसलिए यदि सरकार इसके लिए तैयारी करती तो निर्यात करने की जगह मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाया जा सकता था.  

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कोरोना संकट के बीच निर्यात 

गौरतलब है कि इसके पहले पूरे वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान भारत ने करीब 4,514 करोड़ रुपये के ऑक्सीजन का ही निर्यात किया था. मेडिकल ऑक्सीजन कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे गंभीर मरीजों के इलाज के लिए काफी महत्वपूर्ण संसाधन होता है. कोरोना की नई लहर में देश के ज्यादातर राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखी जा रही है. इसे दूर करने के लिए अब केंद्र सरकार ने उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है तो सरकारी से लेकर निजी कंपनियां सक्रिय हो गई हैं. 

उद्योगों को ऑक्सीजन देने पर रोक

सरकार ने अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के लिए उद्योगों को ऑक्सीजन देने पर रोक लगा दी है. केंद्र सरकार की तरफ से रविवार शाम को जारी आदेश के मुताबिक, अब केवल 9 जरूरी इंडस्ट्रीज को ही ऑक्सीजन सप्लाई जारी रहेगी. 

कोविड-19 के इलाज में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए अब निजी और सरकारी कंपनियों ने पॉजिटिव पहल की है. रिलायंस, टाटा स्टील, सेल, जिंदल स्टील ने कोविड के इलाज के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी है. वहीं सहकारी ​समिति IFFCO ऑक्सीजन के प्लांट लगा रही है जहां से अस्पतालों को मुफ्त ऑक्सीजन की सप्लाई होगी.  

(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित) 
 

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