क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर छिड़ी बहस में अब पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (PayTM Founder Vijay Shekhar Sharma) भी सामने आ गए हैं. उन्होंने न सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी का समर्थन किया, बल्कि यह दावा भी कर दिया कि जल्दी ही यह सभी के जीवन का हिस्सा बन जाएगी.
इंटरनेट की तरह बन जाएगी जन-जन का हिस्सा
हालिया आईपीओ (Paytm IPO) को लेकर चर्चा बटोर रही फिनटेक कंपनी पेटीएम के फाउंडर गुरुवार को आईसीसी (Indian Chamber Of Commerce) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) पर आधारित है. इससे यह सिक्योर बन जाती है. आने वाले कुछ साल में यह वैसे ही लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन जाएगी, जैसे अभी इंटरनेट (Internet) बन चुका है.
क्रिप्टो बिल लाने की तैयारी में है सरकार
शर्मा की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब केंद्र सरकार संसद के आगामी सत्र (Parliament Winter Session) में क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदियां लगाने वाला विधेयक (Crypto Bill) पेश करने की तैयारी में है. लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, प्रस्तावित बिल प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने से संबंधित है. हालांकि अभी प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा स्पष्ट नहीं है.
रघुराम राजन ने क्रिप्टो को बताया बबल
इससे पहले रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Ex RBI Governor Raghuram Rajan) ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अलग मत जाहिर किया था. राजन का कहना है कि अभी करीब 6000 क्रिप्टोकरेंसी हैं, लेकिन कुछ साल बाद बमुश्किल एक या दो क्रिप्टोकरेंसी का ही अस्तित्व रह पाएगा. पूर्व गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी के क्रेज को एक बबल करार दिया.
शर्मा की राय- सरकारें क्रिप्टो पर भ्रमित
दूसरी ओर पेटीएम फाउंडर की राय है कि क्रिप्टोकरेंसी का अस्तित्व समाप्त नहीं होने वाला है. यह कहीं नहीं जाने वाली है, बल्कि लोगों के जीवन का हिस्सा बन जाने वाली है. उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) के द्वारा वॉल स्ट्रीट (Wall Street) को दिया गया जवाब बताया. उन्होंने कहा कि अभी सारी सरकारें क्रिप्टो को लेकर भ्रमित हैं, लेकिन पांच साल में यह मेनस्ट्रीम टेक्नोलॉजी (Mainstream Technology) होगी.