टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) की रविवार को कार दुर्घटना में हुई मौत से पूरा देश दंग है. शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने पुष्टि की है कि साइरस मिस्त्री जिस सिल्वर रंग की मर्सिडीज में सवार थे, उसे अनाहिता पंडोले (Anahita Pandole) चला रही थीं. कार में कुल चार लोग सवार थे, जिसमें साइरस मिस्त्री और जहांगीर पंडोले पीछे बैठे हुए थे.
पुलिस के मुताबिक, पीछे बैठे दोनों लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी जबकि कार अनाहिता पंडोले चला रही थीं और उनके बगल में उनके पति डेरियस पंडोले बैठे थे.
इस घटना में साइरस मिस्त्री और जहांगीर की मौत हो गई है. जहांगीर, अनाहिता पंडोले के पति डेरियस के भाई थे. घटना में अनाहिता और उनके पति डेरियस पंडोले (60) भी घायल हुए हैं, जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों गंभीर रूप से घायल हैं.
यह घटना रविवार को दोपहर लगभग तीन बजे मुंबई से 120 किलोमीटर दूर हुई. गुजरात के अहमदाबाद से मुंबई लौटते समय पालघर में उनकी लग्जरी कार डिवाइडर से टकरा गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार की रफ्तार बहुत तेज थी और कार चला रही अनाहिता पंडोले ने दूसरी कार को ओवरटेक करने की कोशिश की, जिस चक्कर में कार डिवाइडर से टकरा गई.
कौन हैं अनाहिता पंडोले?
55 साल की अनाहिता पंडोले मुंबई की जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ (gynecologist) हैं. वह मुंबई के बीच कैंड हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करती हैं. उन्हें कुल 32 सालों का अनुभव है और स्पेशलिस्ट के तौर पर 25 सालों का अनुभव है.
अनाहिता ने 1990 में टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड बीवाईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल से अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी. उन्होंने 1994 में इसी कॉलेज से ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनोकॉलोजी की पढ़ाई पूरी की. उन्हें इनफर्टिलिटी मैनेजमेंट, हाई रिस्क ऑब्सटेट्रिक्स और एंडोस्कोपी सर्जरी में दक्षता हासिल है.
वह परजोर फाउंडेशन (Parzor Foundation) से जुड़ी हुई हैं. अनाहिता ने साल 2004 में बॉम्बे पारसी पंचायत योजना के साथ मिलकर द बॉम्बे पारसी पंचायत फर्टिलिटी प्रोजेक्ट (The Bombay Parsi Panchyet Fertility Project) शुरू किया. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पारसी दंपतियों को किफायती दाम पर फर्टिलिटी इलाज मुहैया कराना और अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाओं तक उनकी पहुंच उपलब्ध कराना है.
फर्टिलिटी प्रोजेक्ट के बाद ही आगे चलकर जियो पारसी योजना शुरू की गई. जियो पारसी योजना में अनाहिता पंडोले की बड़ी भूमिका रही. इस योजना में अपने सुझावों के लिए उनकी खूब सराहना भी हुई थी.
इसके साथ ही मेथोडोलॉजी को लागू करने में अनाहिता की प्रमुख भूमिका रही. वह मेडिकल पहलुओं पर जियो पारसी टीम को लगातार गाइड करती रहीं. उन्होंने अवैध हॉर्डिग्स को लेकर भी व्यापक प्रचार किया.
अनाहिता ने अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ चलाया था अभियान
डॉ. अनाहिता पंडोले कई तरह के सामाजिक कार्यों से जुड़ी रही हैं. उन्होंने अवैध होर्डिंग्स को लेकर भी अभियान चलाया था. इससे उन्हें खासी लोकप्रियता भी मिली थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अनाहिता मुंबई में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर जहां-तहां पिलर्स और पोल पर होर्डिंग्स लगाए जाने से नाराज थीं. उनका कहना है कि यह अदालत के दिशानिर्देशों के विपरीत है. वह अक्सर बीएमसी द्वारा काटे गए पेड़ों की तस्वीरें लेकर अखबार के दफ्तर जाती थीं.
उन्होंने अदालत में एक जनहित याचिका भी दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि कानूनों का पालन किए जाने तक बीएमसी को होर्डिंग्स लगाने की अनुमति नहीं दी जाए. अनाहिता पर्यावरण प्रेमी हैं.
पंडोले परिवार और उनका बिजनेस
पंडोले परिवार के मिस्त्री परिवार से पारिवारिक संबंध हैं. दोनों परिवार एक दूसरे के करीबी हैं. पंडोले परिवार एक अत्यंत संपन्न परिवार है. परिवार के पास ड्यूक (Duke) नाम की सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी का मालिकाना हक हुआ करता था, जिसे परिवार ने लगभग बीस साल पहले पेप्सी को बेच दिया.
डॉ. अनाहिता पंडोले के पति डेरियस जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट इक्विटी के एमडी और सीईओ हैं.