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अडानी ग्रुप पर कायम है EPFO का भरोसा, इन दो कंपनियों में जारी रहेगा निवेश!

अडानी के जिन दो शेयरों Adani Enterprises और Adani Port में ईपीएफओ इन्वेस्ट कर रहा है. उनमें गिरावट का दौर अभी भी जारी है. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी दोनों स्टॉक्स लाल निशान पर बंद हुए.

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गिरावट के बावजूद अडानी के शेयरों में ईपीएफओ का निवेश रहेगा जारी
गिरावट के बावजूद अडानी के शेयरों में ईपीएफओ का निवेश रहेगा जारी

बीते 24 जनवरी को अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की Adani Group को लेकर रिपोर्ट पब्लिश हुई थी और इसके बाद से गौतम अडानी का साम्राज्य बुरी तरह हिल गया. इसका असर अभी भी अडानी के शेयरों (Adani Stocks) पर देखने को मिल रहा है. शॉर्ट सेलर की इस रिपोर्ट ने भले ही इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर बुरा असर डाला हो, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO का अडानी ग्रुप पर भरोसा कायम है. ईपीएफओ का कहना है कि अडानी की कंपनियों में निवेश जारी रहेगा. 

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इन दो शेयरों में करता है इन्वेस्टमेंट
बिजनेस टुडे पर छपी द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंडनबर्ग (Hindenburg) के चलते शेयर बुरी तरह टूटने के बाद भी EPFO अडानी ग्रुप के दो शेयरों में अपना निवेश जारी रखेगा. इनमें ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (APSEZ) शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन्वेस्टमेंट का यह सिलसिला सितंबर 2023 तक जारी रखा जाएगा. हालांकि, इसे लेकर अंतिम फैसला इस सप्ताह होने वाली मीटिंग में लिया जाएगा. 

ETF के जरिए निवेश करता है ईपीएफओ
EPFO ईटीएफ के जरिए शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करता है. यानी निफ्टी के ईटीएफ में इनवेस्ट होने वाली ईपीएफओ की राशि फिलहाल अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट्स में इन्वेस्ट होती रहेगी. बता दें अडानी ग्रुप की ये दोनों कंपनियां एनएसई निफ्टी में लिस्टेड हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कुल कॉर्पस का 15 फीसदी शेयर बाजार के दोनों इंडेक्स बीएसई के सेंसेक्स और एनएसई के निफ्टी से संबंधित ETF में डालता है. 

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क्या PF के ब्याज पर होगा असर?
अब सवाल ये कि क्या अडानी के शेयरों में भारी गिरावट के बावजूद ईपीएफओ के निवेश के इस संगठन से जुड़े कर्मचारियों को मिलने वाले PF ब्याज पर कोई असर होगा? तो बता दें इस बात की संभावना बनी हुई है. दरअसल, अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट के जिन शेयरों में संगठन निवेश कर रहा है. उनमें गिरावट के चलते ETF के रिटर्न पर असर पड़ सकता है और ऐसा होने पर ईपीएफओ को भी उसके निवेश पर कम रिटर्न हासिल होगा. इन्वेस्टमेंट के जरिए मिलने वाले रिटर्न से ईपीएफओ की ब्याज दरें भी संबंधित होती है, तो फिर पीएफ की ब्याज दर पर भी इसका असर पड़ने की संभावना बनी हुई है. 

अडानी के दोनों शेयरों में गिरावट जारी
अडानी के जिन दो शेयरों Adani Enterprises और Adani Port में ईपीएफओ इन्वेस्ट कर रहा है. उनमें गिरावट का दौर अभी भी जारी है. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी दोनों स्टॉक्स लाल निशान पर बंद हुए. हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद से अब तक इनमें गिरावट की बात करें तो 24 जनवरी 2023 को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 3,442 रुपये पर थे, जो अब 1721.35 रुपये पर आ गए हैं. इसके अलावा अडानी पोर्ट्स के स्टॉक 24 जनवरी को 761.20 रुपये पर थे, जो 626.85 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं. 

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(नोट- शेयर बाजार में निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

 

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