scorecardresearch
 

Gold Mining in India: इंतजार खत्म, अब बरसेगा सोना... इस खदान से हर साल निकलेगा 750 किलो गोल्ड!

India's First Large Private Gold Mine: आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में तुग्गली मंडलम के भीतर जोन्नागिरी, एर्रागुडी और पगदिराय गांवों के पास स्थित जोन्नागिरी खदान 2013 में दी गई थी. इस में रिसर्च और खोज का काम पूरा होने में करीब 8 से 10 साल का समय लगा है.

Advertisement
X
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित है ये प्राइवेट सोने की खदान
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित है ये प्राइवेट सोने की खदान

देश की पहली बड़ी निजी सोने की खदान (Gold Mine) में अगले साल से प्रोडक्शन शुरू होने लगेगा. ये खदान आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में है और इसमें पायलट स्केल पर ऑपरेशन पहले ही शुरू किया जा चुका है. डेक्कन गोल्ड माइंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (Deccan Gold Mines MD) हनुमा प्रसाद ने कहा कि देश की इस पहली बड़ी निजी सोने की खदान में पूर्ण पैमाने पर उत्पादन अगले साल के अंत तक शुरू हो जाएगा.

Advertisement

अभी निकल रहा हर महीने 1 किलो Gold
पीटीआई के मुताबिक, हनुमा प्रसाद (Hanuma Prasad) ने बताया कि जोन्नागिरी स्वर्ण परियोजना (Jonnagiri Gold Project) में पायलट स्केल ऑपरेशन जारी है और जब इसमें उत्पादन पूर्ण पैमाने पर शुरू हो जाएगा, तो हर साल करीब 750 किलोग्राम Gold निकलेगा. पायलट ऑपरेशन के जरिए फिलहाल इस खदान से हर महीने लगभग एक किलो सोना का प्रोडक्शन हो रहा है. एमडी प्रसाद के मुताबिक, भारतीय खदान (जोन्नागिरी परियोजना) में निर्माण कार्य जोर-शोर से जारी है और अक्टूबर-नवंबर 2024 के आसपास पूरी तरह से इसमें काम शुरू हो जाएगा. 

BSE पर इस काम से जुड़ी पहली लिस्टेड कंपनी
आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में तुग्गली मंडलम के भीतर जोन्नागिरी, एर्रागुडी और पगदिराय गांवों के पास स्थित जोन्नागिरी खदान 2013 में दी गई थी. इस में रिसर्च और खोज का काम पूरा होने में करीब 8 से 10 साल का समय लगा है. गौरतलब है कि शेयर बाजार (Share Market) के प्रमुख इंडेक्स बीएसई (BSE) पर लिस्टेड पहली और एकमात्र सोने की खोज करने वाली कंपनी डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड (DGML) की जियोमिसोर सर्विसेज इंडिया लिमिटेड में 40 फीसदी हिस्सेदारी है, जो जोन्नागिरी में निजी क्षेत्र की पहली सोने की खदान पर काम कर रही है. इसमें अब तक कुल करीब 200 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है. 

Advertisement

जोन्नागिरी प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य तेज
भारत में सोने के प्रति लोगों में खासा लगाव है. न सिर्फ आभूषण बल्कि सुरक्षित निवेश (Gold Investment) के लिहाज से भी इसे सबसे आगे रखा जाता है. यही कारण है भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है. वैसे तो देश में कई सोने की खदान मौजूद हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश की ये गोल्ड माइन देश की पहली प्राइवेट खदान (India's First Privet Gol Mine) है. जो अगले वर्ष तक पूरी तरह से काम शुरू करने को तैयार है. हनुमा प्रसाद ने बताया कि इस भारतीय खदान में, जोन्नागिरी परियोजना के तहत निर्माण कार्य चल रहा है.  

2003 में शुरू हुई थी डेक्कन गोल्ड माइन्स
रिपोर्ट के मुताबिक, सोने की खोज से जुड़ी पहली लिस्टेड कंपनी डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड (DGML) की स्थापना 2003 में एक्सप्लोरेशन और माइनिंग सेक्टर में गहरी जड़ें रखने वाले प्रमोटरों द्वारा की गई थी. ये कंपनी काफी लंबे समय तक भारत समेत विदेशों में Gold की खोज से जुड़े प्रोजेक्ट्स में शामिल रही है. इस कंपनी ने साल 2021 में विस्तार और विविधीकरण के हिस्से के रूप में विलय और अधिग्रहण गतिविधियां शुरू की हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement