वित्त मंत्रालय में अगले बजट को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. वर्ष 2022-23 के बजट में किन किन बातों को शामिल किया जाए इसके लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अलग-अलग सेक्टर के लोगों से बातचीत शुरू कर दी है.
सुनी इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की मांग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इंडस्ट्री, इंफ्रास्ट्रक्चर और क्लाइमेट चेंज के स्टेकहोल्डर्स के साथ-साथ फाइनेंशियल सेक्टर और कैपिटल मार्केट के एक्सपर्ट्स के साथ बजट पूर्व चर्चा की. इस बैठक में उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से बजट 2022-23 के लिए सुझाव मांगे. इसके अलावा आने वाले दिनों में वह बाकी सेक्टर्स के स्टेकहोल्डर्स के साथ भी कई वर्चुअल बैठक करेंगी.
फरवरी में आएगा बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश करेगी. 1 फरवरी को बजट पेश करने की परंपरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में शुरू हुई. उससे पहले ये बजट हमेशा फरवरी के आखिरी दिन पेश किया जाता था और ये परंपरा अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही थी. उससे पहले भाजपा की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने शाम 5 बजे बजट पेश किए जाने की अंग्रेजों के काल की परंपरा को भी बदल दिया था.
बजट पूर्व चर्चा की परंपरा
हर साल बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री उद्योग जगत के साथ-साथ मजदूर संघ, बैंक संघ इत्यादि के प्रतिनिधियों के साथ भी बजट पूर्व चर्चा करती हैं. सभी के सुझाव लेती हैं और उसके बाद इन सुझावों के आधार पर लोगों की मांग को ध्यान रखते हुए बजट बनाया जाता है.
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