कभी देश में प्राइवेट सेक्टर का पांचवा सबसे बड़ा बैंक रहा Yes Bank, जब भारी संकट में फंसा था, उस समय उसे उबारकर सही ट्रैक पर लाने की जिम्मेदारी रजनीश कुमार (Rajnish Kumar) को दी गई थी और उन्होंने इस काम को बखूबी अंजाम दिया. अब उन्होंने नौकरी बदल ली है और दुनिया के सबसे बड़े पेमेंट प्रोसेसिंग नेटवर्क में से एक मास्टरकार्ड (Master Card) के साथ जुड़ गए हैं. मास्टरकार्ड इंडिया के लिए रजनीश कुमार को नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
SBI चेयरमैन रह चुके हैं रजनीश कुमार
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) की पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार ने नई जिम्मेदारी के बारे में बताते हुए कहा है कि मैं मास्टरकार्ड के साथ अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए उत्साहित हूं, क्योंकि कंपनी भारत में सार्वजनिक और प्राइवेट सेक्टर के संगठनों के लिए ज्यादा मजबूत कंपनी और बेहतर स्ट्रैटेजिक पार्टनर बन गई है. गौरतलब है कि रजनीश कुमार अक्टूबर 2017 से लेकर अक्टूबर 2022 तक State Bank Of India यानी SBI के चेयरमैन रह चुके हैं.
बैंकिंग में 40 साल का लंबा अनुभव
रजनीश कुमार को क्रेडिट, प्रोजेक्ट फाइनेंस, फॉरेन एक्सचेंज और रिटेल बैंकिंग संभालने का 40 सालों का अनुभव है और उन्होंने कई अहम पदों की जिम्मेदारियां संभाली हैं. रजनीश कुमान एसबीआई के लिए न केवल भारत में बल्कि ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों में भी लीडरशिप रोल में रहे हैं. यही नहीं SBI YONO प्लेटफॉर्म उन्हीं के नेतृत्व में स्टार्ट किया गया. घूमने के शौकीन रजनीश कुमार बैडमिंटन के अच्छे खिलाड़ी हैं.
कई अहम पदों की उठाई जिम्मेदारी
साल 1958 में जन्मे Rajnish Kumar ने 1980 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पर एंट्री ली थी. इसके बाद अपने लंबे करियर में रजनीश कुमार ने डिप्टी जनरल मैनेजर पुणे जोन, जनरल मैनेजर (NW-II) मुंबई, रीजनल हेड एसबीआई (यूके), चीफ जनरल मैनेजर, नॉर्थ ईस्ट सर्कल और चीफ जनरल मैनेजर प्रोजेक्ट फाइनैंस जैसे अहम पदों पर काम किया.
मास्टरकार्ड इंडिया की ओर से रजनीश कुमार की नियुक्ति को लेकर जारी एक रिलीज में बताया गया है कि वे मास्टरकार्ड की दक्षिण एशिया कार्यकारी नेतृत्व टीम (South Asia Executive Leadership Team) का मार्गदर्शन करेंगे. साउथ एशिया डिवीजन का नेतृत्व फिलहाल में गौतम अग्रवाल कर रहे हैं. मास्टरकार्ड की ओर से कहा गया है कि रजनीश कुमार के मार्गदर्शन में कंपनी को घरेलू पेमेंट सिस्टम बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.