कोविड के बाद हर सेक्टर में लोगों ने जमकर नौकरियां बदली हैं और ये दौर आगे भी जारी रह सकता है. एक ताजा सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 10 में 4 कर्मचारी सैलरी बढ़ने (Salary Increment) के बाद अपने मौजूदा संस्थान से इस्तीफा देना चाहते हैं. आंकड़ों के अनुसार ऐसा करने वाले सबसे अधिक कर्मचारी तीन सेक्टर के हैं. सर्विस सेक्टर में काम करने वाले 37 फीसदी कर्माचारी इंक्रीमेंट (Salary Increment) के बाद नौकरी बदलना (Job Change) चाहते हैं.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के 31 फीसदी और आईटी सेक्टर (IT Sector) में काम करने वाले 27 फीसदी लोग सैलरी में बढ़ोतरी के बाद मौजूदा नौकरी से इस्तीफा देना चाहते हैं.
स्लो सैलरी ग्रोथ बड़ी वजह
द ग्रेट रेजिग्नेशन सर्वे 2022 (The Great Resignation Survey) में विभिन्न सेक्टर के 500 से अधिक संगठनों को शामिल किया गया था. एक एचआर कंसल्टेशन फर्म के प्रबंधक ने बताया कि किसी नौकरी से इस्तीफा देने के प्रमुख कारणों में से एक सैलरी में धीमी बढ़ोतरी (Slow Salary Increment) है. सर्वे में शामिल केवल 15 फीसदी कर्मचारियों को लगता है कि मौजूदा कंपनी को छोड़ने का उनका निर्णय उनके रिपोर्टिंग मैनेजर से जुड़ा है.
धीमी सैलरी बढ़ोतरी की वजह से 54.8%, वर्क लाइफ बैलेंस के लिए 41.4%, करियर ग्रोथ में कमी के कारण 33.3% और अपनी पहचान नहीं बना पाने की वजह से 28.1 फीसदी लोग अपनी मौजूदा नौकरी छोड़ना चाहते हैं.
खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं कर्मचारी
सर्वे में प्राप्त डेटा के अनुसार, 10 में से एक से अधिक वर्कर अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे थे. 30-45 वर्ष की आयु वाले 35 फीसदी कर्मचारी एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं. हालांकि, 44 फीसदी (20-29 साल) वर्कर जल्द ही इस्तीफा देने के बारे में नहीं सोच रहे हैं. लेकिन वो भी खुद का बिजनेस करना चाहते हैं.
40 फीसदी से अधिक इंक्रीमेंट की चाहत
मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के वर्कर जल्द एंटरप्रेन्योर बनने के लिए मौके तलाश रहे हैं. सर्वे में हर तीसरा कर्मचारी 40 फीसदी और उससे अधिक बढ़ोतरी अपनी सैलरी में चाहता है. पिछले कुछ वर्षों में कई कर्मचारी स्लो सैलरी ग्रोथ से निराश हैं.