एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) का मानना है कि साल 2050 तक जीडीपी (GDP) के मामले में भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा. इतना ही नहीं, अडानी को इस बात का भी भरोसा है कि इन 28 सालों में भारत से गरीबी (Poverty) का नामोनिशान खत्म हो जाएगा. हाल ही में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को पीछे छोड़ भारत व एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने गौतम अडानी ने एक कार्यक्रम में ये बातें कही.
अडानी की बात से सहमत है PwC की रिपोर्ट
अडानी समूह (Adani Group) के चेयरमैन ने भरोसा जताया कि अगले 28 साल के दौरान भारत की जीडीपी (Indian GDP) करीब 25 ट्रिलियन डॉलर बढ़ने वाली है. अभी भारत की जीडीपी का साइज 3 ट्रिलियन डॉलर के आस-पास है. अगर अडानी की बात सही साबित हुई तो 2050 तक भारत की जीडीपी का साइज करीब 30 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा. इंटरनेशनल प्रोफेशनल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी PwC की एक रिपोर्ट 'The World in 2050' में भी ऐसी ही बातें कही गई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2050 तक चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. चीन (Chinese GDP) के बाद भारत का स्थान होगा. अमेरिका (US GDP) पहले पायदान से फिसलकर तीसरे स्थान पर चला जाएगा.
रोज इतने बिलियन डॉलर बढ़ेगी जीडीपी
अडानी ने कहा, 'हम साल 2050 से अभी करीब 10 हजार दिन दूर हैं. मेरा अनुमान है कि इस अवधि में भारत की इकोनॉमी करीब 25 ट्रिलियन डॉलर बड़ी हो जाएगी. इसका मतलब हुआ कि 2050 तक भारत की जीडीपी हर रोज औसतन 2.5 बिलियन डॉलर बढ़ेगी. मेरा अनुमान है कि इस दौरान भारत के स्टॉक मार्केट का कैपिटलाइजेशन भी करीब 40 ट्रिलियन डॉलर बढ़ जाएगा. इसका मतलब हुआ कि 2050 तक इंडियन शेयर मार्केट का एमकैप हर रोज औसतन 4 बिलियन डॉलर बढ़ेगा.
इन चार मामलों में भारत को फायदा
गौतम अडानी ने आगे कहा कि भारत आने वाले समय में आगे बढ़ने के लिए सबसे शानदार स्थिति में है. उन्होंने कहा कि 2022-23 में भारत में रिकॉर्ड 100 बिलियन डॉलर का एफडीआई आने का अनुमान है. इस तरह भारत दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा एफडीआई (FDI) पाने वाला देश बन जाएगा. अडानी के अनुसार, भारत चार अहम चीजें डेमोग्राफिक डिविडेंड, मिडल क्लास का ग्रोथ, डिजिटल इकोनॉमी में तेजी और क्लाइमेट सस्टेनेबिलिटी पर फोकस को भुनाने की बेहतर स्थिति में है.