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Adani-Hindenburg Case: अडानी मामले में SEBI का नोटिस मिलने से बौखलाया हिंडनबर्ग, सूझ नहीं रहा है जवाब!

बीते साल 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म Hindenburg ने Adani Group को लेकर जो रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश की थी, उससे शेयर बाजार में लिस्टेड अडानी की कंपनियों के शेयरों में भूचाल आ गया था और ग्रुप का मार्केट कैप करीब 150 अरब डॉलर घट गया था.

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सेबी के नोटिस पर बौखलाया नजर आया हिंडनबर्ग
सेबी के नोटिस पर बौखलाया नजर आया हिंडनबर्ग

भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) और अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल, मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने हिंडनबर्ग रिसर्च को 46 पन्नों का कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके बाद अमेरिकी फर्म ने इसे लेकर सेबी को ही कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये धोखाधड़ी उजागर करने वालों को चुप करने के लिए किया गया है. 

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बीते साल हिंडनबर्ग ने पब्लिश की थी रिपोर्ट
Hindenburg Research ने बीते साल जनवरी महीने में अडानी ग्रुप (Adani Group) को लेकर 106 पेज की रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसमें अडानी ग्रुप पर कर्ज से लेकर शेयरों की कीमत में हेर-फेर समेत तमाम आरोप लगाए गए थे. 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म की ये रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद शेयर बाजार में लिस्टेड अडानी की कंपनियों के शेयरों में भूचाल आ गया था और देखते ही देखते ये धराशायी हो गए थे. शेयरों में आई सुनामी के चलते न केवल अडानी ग्रुप का मार्केट कैप टूटा था, तो वहीं Gautam Adani Networth में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी. 

बौखलाहट में ये क्या कह गया हिंडनबर्ग? 
मार्केट रेग्युलेटर सेबी की ओर से मिले कारण बताओ नोटिस के चलते अमेरिकी शॉर्ट शेलर फर्म हिंडनबर्ग बौखलाई सी नजर आ रही है और इस नोटिस को बकवास करार दिया है. Hindenburg ने कहा है कि ये जिसे पूर्व-निर्धारित उद्देश्य की पूर्ति के लिए तैयार किया गया है. यही नहीं नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली इस कंपनी ने सेबी पर बड़ा आरोप भी लगाया है. बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, हिंडनबर्ग की ओर से कहा गया है कि यह नोटिस भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वालों को चुप कराने और डराने का प्रयास है.

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रिसर्च रिपोर्ट से अडानी को हुआ था तगड़ा घाटा
SEBI ने हिंडनबर्ग को भेजे नोटिस में कहा है कि अमेरिकी फर्म ने अपनी रिपोर्ट में तथ्यों को गलत ढंग से पेश करते हुए लोगों को गुमराह करने का काम किया था. यहां बता दें कि बीते साल जब Hindenburg ने अपनी रिपोर्ट पब्लिश की थी, तो अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन करते हुए इन्हें निराधार बताया था. लेकिन इसके बावजूद Adani Group के शेयरों में लंबे समय तक भारी गिरावट जारी रही और ग्रुप का मार्केट कैप 150 अरब डॉलर तक कम हो गया था. 

अडानी ग्रुप ने की हिंडनबर्ग से हुए नुकसान की भरपाई
अब Adani Group हिंडनबर्ग के भंवर के बार निकलते हुए जोरदार वापसी कर रहा है और गौतम अडानी ने काफी हद तक इस नुकसान की भरपाई की है. जहां बीते साल गौतम अडानी की संपत्ति में करीब 60 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिली थी, तो वहीं इस साल Gautam Adani Networth तेजी से बढ़ी है और फिलहाल वह 100 अरब डॉलर वाले क्लब में शामिल हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अडानी की नेटवर्थ 105 अरब डॉलर है और इस आंकड़े के साथ टॉप अरबपतियों की लिस्ट में अडानी 14वें नंबर पर हैं. 

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