भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी ग्रीन एनर्जी (Green Energy) पर बड़ा दांव चल रही है. इसके लिए अडानी की कंपनी ने 70 बिलियन डॉलर के भारी-भरकम निवेश का ऐलान किया है. अब गौतम अडानी को ग्रीन एनर्जी सेक्टर में दबदबा बनाने में ANIL की मदद मिलने वाली है. अडानी समूह (Adani Group) ने ग्रीन एनर्जी पर फोकस करने के लिए ANIL नाम से नई सब्सिडियरी बनाई है.
जल्द शुरू होगा ANIL का ऑपरेशन
अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) ने शेयर बाजारों को इसकी जानकारी दी है. इसमें बताया गया है कि समूह ने अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Adani New Industries Ltd) नाम से नई कंपनी बनाई है, जो 100 फीसदी हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी है. यह नई कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट के अलावा कम कार्बन उत्सर्जन वाली बिजली के उत्पादन और पवन ऊर्जा टरबाइन, सौर ऊर्जा उपकरण, बैटरी आदि के विनिर्माण पर ध्यान देगी. यह कंपनी जल्दी ही परिचालन शुरू करने वाली है.
ग्रीन एनर्जी पर बड़ा दांव लगा रही है अडानी की कंपनी
अडानी समूह का टारगेट दुनिया की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनी बनने का है. इसके अलावा कंपनी का लक्ष्य सबसे सस्ता हाइड्रोजन बनाना भी है. इन बातों को ध्यान में रखते हुए समूह ने पिछले साल कहा था कि न्यू एनर्जी सेक्टर पर एक दशक में 70 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा. समूह की अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) पहले ही दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा डेवलपर है. अडानी ग्रीन एनर्जी 2030 तक 45 गीगावॉट ग्रीन एनर्जी क्षमता हासिल करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है.
पावर पर्चेज में ग्रीन एनर्जी का हिस्सा इतना बढ़ाना टारगेट
बिजली के ट्रांसमिशन और रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़ी समूह की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission Ltd) भी इस दिशा में काम कर रही है. अडानी ट्रांसमिशन का टारगेट पावर पर्चेज में ग्रीन एनर्जी का हिस्सा बढ़ाकर 2030 तक 70 फीसदी करने का है. कंपनी अभी मात्र तीन फीसदी हिस्सा ही ग्रीन एनर्जी सेक्टर से खरीद रही है. इसे वित्त वर्ष 2022-23 तक बढ़ाकर 30 फीसदी पर ले जाने का लक्ष्य है.