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गौतम सिंघानिया ने Raymond कंपनी के साथ, मेरा दिल भी तोड़ा... पारिवारिक विवाद के बाद बोले कारोबारी के पिता

Raymonds कंपनी का नाम अंतत: शेयरहोल्‍डर्स, बैंकर्स पर निर्भर करता है. ऐसा गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत का कहना है. उनका कहना है कि वह कंपनी तोड़ रहा है, जिससे मेरा दिल टूट रहा है.

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गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत ने कहा कि गौतम ने कंपनी के साथ मेरा दिल तोड़ा
गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत ने कहा कि गौतम ने कंपनी के साथ मेरा दिल तोड़ा

गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) और नवाज मोदी (Nawaz Modi) के बीच तलाक का मामला कंपनी पर भारी पड़ रहा है. रेमंड लिमिटेड के शेयर (Raymond Share) पिछले पांच दिन में करीब 8 फीसदी ग‍िर चुके हैं, जिससे मार्केट कैप में 1,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस बीच, गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) के पिता विजयपत ने कहा है कि कंपनी का नाम अब बैंकरों और शेयरधारकों पर निर्भर करेगा. उन्‍होंने कहा कि यह बड़ा मुश्किल सवाल है कि वर्तमान स्थिति कंपनी को कैसे प्रभावित करेगी और इसका रेमंड नाम पर कितना असर पड़ेगा? 

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बिजनेस टुडे के संपादक सौरव मजूमदार के साथ एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा कि रेमंड का नाम अंततः इस बात पर निर्भर करेगा कि बड़ी संख्या में Share Holders, बैंकर, खरीदार, विक्रेता इसे कैसे देखते हैं. उन्‍होंने कहा कि इसमें दो चीजें हो सकती हैं, एक यह कि वे इस मुद्दे को कैसे देखते हैं और इसका उन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?  इसलिए मुझे लगता है कि इसका उत्तर देना बहुत कठिन है कि क्‍या रेमंड नाम पर असर पड़ेगा. उन्‍होंने बताया कि इसे बनाने में काफी समय लगाया जब हमने इसे खरीदा था तो यह कंबल बनाने वाली एक बहुत छोटी कंपनी थी और फिर मैंने इसकी कमान संभाली और आज ये दुनियाभर में फेमस है. 

रेमंड कंपनी तोड़ रहा गौतम: विजयपत 
विजयपत (Vijaypat Singhania) ने गौतम और नवाज के बीच तलाक को लेकर कहा कि मैं इस मामले में कुछ नहीं करूंगा. उन्‍होंने कहा‍ कि गौतम रेमंड को तोड़ रहा है, जिस कारण मेरा दिल टूट रहा है. विजयपत ने कहा कि मैंने अपना जीवन जी लिया है. अब 2 से तीन साल ही बचे होंगे. मैं गौतम को कुछ नहीं बताता, उसे क्‍या करना चाहिए. उसे अपना लक्ष्‍य खुद तय करना होगा. 

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75 फीसदी मांग पर क्‍या बोले विजयपत 
विजयपत ने कहा कि गौतम सिंघानिया कभी भी नवाज मोदी की 75 फीसदी नेटवर्थ मांग पर सहमत नहीं होंगे. उन्‍होंने कहा कि उसका लक्ष्‍य हर किसी को खरीदना और सबकुछ खरीदना है. उन्‍होंने कहा कि मेरे पास लड़ने के लिए उस तरह का पैसा नहीं बचा था, जिस कारण उसने सबकुछ खरीद लिया. उन्‍होंने नवाज मोदी को लेकर कहा‍ कि इस तरह से लड़कर उसे बहुत कुछ नहीं मिलेगा, फिर वह 75 फीसदी हिस्‍सेदारी क्‍यों मांग रही है. उन्‍होंने यह भी कहा कि जहां तक मैं जानता हूं कोई भी छोटा वकील हिंदू विवाह अधिनियम के तहत 50 फीसदी की हिस्‍सेदारी दिला सकता है. 

गौतम ने किया केके हाऊस पर कब्‍जा 
गौरतलब है कि कुछ समय पहले विजयपत और गौतम सिंघानिया के बीच संपत्ति और कई अन्‍य कारणों को लेकर अनबन हो गई थी. 2017 में विजयपत ने आरोप लगाया था कि रेमंड लिमिटेड ने उन्हें दक्षिण मुंबई में बहुमंजिला जेके हाउस इमारत में डुप्लेक्स का कब्जा नहीं दिया है. हालांकि 2007 के पारिवारिक समझौते के अनुसार, विजयपत, उनके बेटे गौतम और विजयपत के भाई अजयपत सिंघानिया की पत्‍नी और दो बेटों को जेके हाउस में एक-एक डुप्‍लेक्‍स मिलता था. गौतम को कंपनी की बागडोर सौंपने के बाद विजयपत ने 2015 में चेयरमैन पद से इस्‍तीफा दे दिया था. 

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