त्योहारी सीजन में सर्राफा बाजार (Sarafa Bazar) गुलजार है. दिवाली की तैयारियों के बीच गुरुवार को करवा चौथ का व्रत मनाया गया. इस मौके पर सोने के बाजार (Gold Market) में जबरदस्त रौनक देखने को मिली. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) एवं ऑल इंडिया ज्वैलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) ने एक संयुक्त बयान में करवा चौथ से पहले हुई सोने की बिक्री को लेकर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ज्वैलरी व्यापारियों को भी करवा चौथ के मौके पर शानदार व्यापार देखने को मिला. साथ ही उन्होंने बताया कि अगले महीने से शादियों का सीजन शुरू होने वाला है. लोगों ने अभी से ही शादियों के लिए गहने की बुकिंग शुरू कर दी है.
कितने का हुआ कारोबार
CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं AIJGF के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि करवाचौथ के दिन देश भर में लगभग 3 हजार करोड़ रुपये के सोने और सोने की ज्वैलरी की बिक्री हुई. पिछले वर्ष ये आंकड़ा करीब 2,200 करोड़ रुपये का रहा था. अगर पिछले साल के मुकाबले इस साल के रेट की बात करें, तो सोना महंगा हुआ है. पिछले करवा चौथ के मुकाबले इस बार सोने की कीमतें 3400 रुपये प्रति 10 ग्राम अधिक हैं. हालांकि, चांदी की रेट में गिरावट है और ये 11 हजार रुपये किलो सस्ती है.
अक्टूबर-नवंबर में रहती है रौनक
CAIT के अनुसार, राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने का दाम करीब 52 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम है. 22 कैरेट का सोना करीब 48 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिका. खंडेलवाल एवं अरोड़ा ने कहा कि अक्टूबर और नवंबर का महीना सोने चांदी के व्यापार के लिए शुभ माना जाता है. इस दौरान तमाम त्योहार और फिर शादियों की सीजन की वजह से सर्राफा बाजार में रौनक बनी रहती है.
त्योहारी सीजन में कीमतों में उछाल
त्योहारी सीजन में सोने की कीमतों में उछाल आया है. पिछले महीने सोने की कीमतें 49 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थीं. लेकिन त्योहारी सीजन की शुरुआत के बाद गोल्ड की कीमतों में तेजी आई है. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद फरवरी 2022 के अंत से भारत में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. फरवरी के अंत में 24 कैरेट सोने का भाव करीब 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था. फिलहाल ये 50 हजार रुपये के आसपास है.
सोने का रेट
IBJA Rates के अनुसार, बीते दिन सोना 50,869 की अधिकतम दर पर बिका. बता दें कि इस गोल्ड के रेट की गणना टैक्स के बिना की गई है. सोने पर जीएसटी शुल्क अलग से देना पड़ता है. अगर आप सोने का गहना खरीदते हैं, तो जीएसटी के अलावा मेकिंग चार्ज भी लगता है. इस वजह ज्वैलरी की कीमतें अधिक होती हैं.