फरवरी में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से खुदरा महंगाई भी बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गई. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने शुक्रवार को इसके आंकड़े जारी किए. इसी के साथ देश के जनवरी में औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी आ गए हैं.
शहरों में महंगाई ज्यादा बढ़ी
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित फरवरी के खुदरा महंगाई के आंकड़े देखें तो यह गांवों की तुलना में शहरों में अधिक बढ़ी है. शहरों में महंगाई का आंकड़ा जहां 5.96% रहा तो गांवों में 4.19% ही रही ख्रुदरा महंगाई की दर. हालांकि अभी यह आंकड़े अस्थायी हैं.
जनवरी में कम थी महंगाई
मंत्रालय ने फरवरी के आंकड़ों की तुलना जनवरी की महंगाई दर से की है. जनवरी में खुदरा महंगाई दर 4.06% थी. शहरों में यह 5.13% और ग्रामीण इलाकों में 3.23% दर्ज की गई थी.
पेट्रोल-डीजल ने लगाई आग
अभी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर चल रही हैं. लेकिन फरवरी में भी इनकी कीमतों ने लोगों की जेब पर अच्छा खासा डाका डाला है. फरवरी में ईंधन और बिजली श्रेणी की महंगाई दर 3.53% पर रही.
सब्जियों ने नहीं, खाद्य तेलों ने तोड़ी कमर
फरवरी में फूड बास्केट की महंगाई दर 3.87% पर रही. लेकिन इसमें सबसे ज्यादा कमर खाद्य तेलों की महंगाई ने तोड़ी. खाद्य तेलों की महंगाई दर फरवरी में 20.78% रही. जबकि सब्जियों की कीमत में 6.27% की गिरावट देखी गई. इसके अलावा मांस-मछली, अंडा और दालों इत्यादि में दहाई अंक की महंगाई दर देखी गई.
जनवरी में गिर गया औद्योगिक उत्पादन
पीटीआई की खबर के मुताबिक देश के औद्योगिक उत्पादन में भी कमी आई है. मंत्रालय ने जनवरी के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े भी जारी किए हैं. इसके मुताबिक देश का औद्योगिक उत्पादन जनवरी में 1.6% गिर गया. मैन्युफैक्चरिंग के मोर्चे पर उत्पादन में 2% की कमी आई. जबकि खनन उत्पादन भी 3.7% गिर गया. देश में बिजली क्षेत्र का उत्पादन इस दौरान बढ़ा है और इसमें 5.5% की बढ़त दर्ज की गई है. जनवरी में देश के औद्योगिक उत्पादन में 2.2% की तेजी दर्ज की गई थी.
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