फ्री ट्रेड एग्रीमेंट यानी FTA ने भारत को दूसरे देशों के साथ व्यापार बढ़ाने में मदद की है. हालांकि GTRI के बीते 5 साल के आंकड़ों के मुताबिक FTA से भारत के मुकाबले साझीदार देशों को ज्यादा फायदा हुआ है. आर्थिक थिंक टैंक GTRI की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 5 साल में FTA वाले संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया और आस्ट्रेलिया जैसे देशों से भारत का आयात 38 फीसदी बढ़ा है.
2023-24 के दौरान इन देशों से कुल आयात 197.92 अरब डॉलर रहा है जबकि 2018-19 में इन देशों से भारत ने 136.20 अरब डॉलर का आयात किया गया था. वहीं आयात के मुकाबले इन देशों को भारत से किया जाने वाला निर्यात इतनी तेजी से नहीं बढ़ा है. बीते 5 साल के दौरान इन देशों को भारत का निर्यात महज 14.48 फीसदी बढ़कर 122.72 अरब डॉलर रहा है जो 2018-19 के दौरान 107.20 अरब डॉलर था.
FTA ने बढ़ाया भारत का व्यापार!
इस बढ़ोतरी से वैश्विक व्यापार में भारत को FTA से मिल रही मदद का अनुमान लगाया जा रहा है. डेटा के मुताबिक बीते 5 साल में भारत से UAE को निर्यात 18.25 फीसदी बढ़कर 2023-24 में 35.63 अरब डॉलर रहा जो 2018-19 में 30.13 अरब डॉलर था. वहीं, आयात 61.21 परसेंट बढ़कर 2023-24 में 48.02 अरब डॉलर रहा है जो 2018-19 में 29.79 अरब डॉलर था. भारत और UAE के बीच FTA मई 2022 में लागू किया गया था. दिसंबर 2022 में FTA करने वाले आस्ट्रेलिया को भारत का निर्यात 2023-24 में दोगुना होकर 7.94 अरब डॉलर रहा है जो पांच साल पहले 3.52 अरब डॉलर था.
वहीं, आस्ट्रेलिया से आयात 23.06 फीसदी 13.13 अरब डॉलर रहा है जो 2018-19 में 13.13 अरब डॉलर था, दक्षिण कोरिया को निर्यात 36.38 फीसदी बढ़कर 6.42 अरब डॉलर रहा है जो पांच साल पहले 4.71 अरब डॉलर था. दक्षिण कोरिया से आयात 26.12 परसेंट बढ़कर 21.14 अरब डॉलर रहा है जो 5 साल पहले 16.76 अरब डॉलर था.
चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर
भारत-दक्षिण कोरिया के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता 2011 में लागू हुआ था. 2023-24 में वैश्विक निर्यात में भारत 17वें स्थान पर रहा है और वैश्विक व्यापार में भागीदारी 1.8 फीसदी रही है. 2023-24 में भारत का वस्तु निर्यात 3.11 परसेंट घटकर 437.1 अरब डॉलर और आयात 5.4 फीसदी गिरकर 677.2 अरब डॉलर रहा है. इस बीच 2023-24 में अमेरिका को पीछे छोड़कर करीब 118 अरब डॉलर के दोतरफा व्यापार के साथ चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर भी बन गया है.