हम सभी मरने वाले हैं, इसलिए जिंदगी को बहुत ज्यादा सीरियस लेने की आवश्यकता नहीं है. नए उद्यमियों को संबोधित करते हुए जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर निखिल कामथ (Nikhil Kamath) ने यह बयान एक कार्यक्रम में दिया. उद्यमियों को प्रेरित करते हुए कामथ ने कहा कि रिस्क लेने से घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हम सभी मरने वाले हैं. उन्होंने एंटरप्रेन्योर का रास्ता चुनने वाले लोगों से कहा कि छोटी-मोटी असफलताओं से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है.
स्कूल छोड़ने के बाद अपना खुद का कारोबार शुरू किया था. कई चुनौतियों और परेशानियों के बाद अब वे एक सफर बिजनेसमैन (Businessman) हैं. साथ ही भारत के अरबपतियों की लिस्ट में शुमार हैं. निखिल कामथ ने अपना ये अनुभव शेयर करते हुए बताया कि उन्हें कैसे-कैसे परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
जिंदगी को और ज्यादा इंज्वॉय करें
निखिल कामथ ने युवा एंटरप्रेन्योर (Young Entrepreneur) से कहा, "जब भी कुछ छोटी घटना हुई है और मैंने इसे खुद पर जितना होना चाहिए उससे अधिक प्रभावित होने दिया है, तो अब मैं जीवन में एक आदर्श वाक्य का पालन करता हूं..." उन्होंने आगे कहा कि आखिर में आप परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, आप स्कूल या कॉलेज में किसी अन्य दोस्त से ईर्ष्या करते हैं या जिस लड़की को आप पसंद करते हैं वह आपको पसंद नहीं करती है... तो जीवन को जरूरत से ज्यादा गंभीरता से न लें, बल्कि और ज्यादा इंज्वॉय करना चाहिए.
हर चीज से डरता था: निखिल कामथ
3 अरब डॉलर की संपत्ति वाले निखिल कामथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर किया है. जिसमें वे लाइफ को परेशानी में भी इंज्वॉय करने को कहते हैं. उन्होने अपने पोस्ट में लिखा कि मुझे बड़े होने पर स्कूल से नफरत थी, मैं अपने सभी टीचर्स से डरता था और हर चीज से डरता था. उन्होंने कहा कि ये कभी मत बनो, यहां कुछ भी स्थायी नहीं है. दुनिया कहां जा रही है... और इसके हिसाब से खर्च किया जाने वाला समय अबतक बर्बाद किया गया टाइम है.
कामथ ने डब्ल्यूटीफंड किया था लॉन्च
बता दें कि कामथ ने हाल ही में डब्ल्यूटीफंड लॉन्च किया था, जो 25 साल और उससे कम उम्र के युवा उद्यमियों को फंड देती है. यह फंड उन्ही युवा कारोबारियों को दिया जाता है, जो अपने क्षेत्र में बड़ा क्रांति लाने की क्षमता रखते हैं. फर्म के मुताबिक, यह युवाओं को एक डेवलपमेंट स्टेज प्रोवाइड कराती है और अनूठा अवसर देती है.