HDFC Bank की नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनी HDB Financial Services ने अपना IPO लाने का प्लान फिलहाल टाल दिया है. अब कंपनी दूसरे तरीके से 8,600 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है.
HDB Financial Services के आईपीओ की अटकलें
लंबे समय से HDFC Bank की नॉन-बैंकिग फाइनेंस कंपनी (एनबीएफसी) HDB Financial Services Limited के आईपीओ आने की अटकलें लगाई जा रही थी. लेकिन अब साफ हो गया है कि कंपनी फिलहाल अपना आईपीओ नहीं लाएगी. बल्कि दूसरे रास्ते से अपनी पूंजी की जरूरत को पूरा करेगी.
8,600 करोड़ के डिबेंचर होंगे जारी
HDB Financial Services के बोर्ड ने आईपीओ की जगह डिबेंचर जारी करने का निर्णय किया है. कंपनी अब डिबेंचर के रास्ते से 8,600 करोड़ रुपये जुटाएगी. कंपनी के आईपीओ नहीं लाने की एक बड़ी वजह कोरोना की दूसरी लहर को माना जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक एनबीएफसी के बोर्ड ने अप्रैल में बैठक की थी. कंपनी 2021-22 के दौरान कई चरणों में डिबेंचर जारी कर ये रुपये जुटाएगी. ये सभी नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स होंगे.
कोरोना काल में 50% घट गया मुनाफा
देश के सबसे बड़े निजी बैंक HDFC Bank की सब्सिडियरी कंपनी HDB Financial Services असंगठित क्षेत्र और स्व-रोजगार सेगमेंट में काम करती है. कोविड और लॉकडाउन के चलते इस सेक्टर की कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. तभी तो HDB Financial Services का शुद्ध लाभ 2020-21 में लगभग 50% घटकर 502 करोड़ रुपये रह गया. जबकि 2019-20 में ये 1,004 करोड़ रुपये था.
आने वाले समय में HDB Financial Services अपना आईपीओ ला सकती है. संभवतया कंपनी को इस कोरोना जैसे बुरे दौर के बीतने का इंतजार है. HDB Financial Services देश के 959 शहरों में 1,319 शाखाओं के साथ काम करती है. कंपनी की लोन बुक 58,947 करोड़ रुपये की है. इसका एनपीए उसके कुल ऋण का 3.9% है.
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