फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) और उसकी बैंकिंग सब्सिडियरी एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के विलय की राह अब आसान हो गई है. देश के कॉरपोरेट जगत के इतिहास की इस सबसे बड़ी डील (HDFC-HDFC Bank Merger) को अब रिजर्व बैंक (RBI) ने भी ओके कर दिया है. दोनों प्रमुख शेयर बाजार बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) इस डील को पहले ही मंजूरी दे चुके हैं. अब रिजर्व बैंक ने नोटिफाई किया कि उसने डील को 'नो ऑब्जेक्शन' दे दिया है.
अभी इन मंजूरियों की जरूरत बाकी
एचडीएफसी बैंक ने सोमवार देर रात बीएसई को इसकी जानकारी दी. बैंक ने बीएसई से कहा, 'इस संबंध में यह सूचित किया जाता है कि एचडीएफसी बैंक को रिजर्व बैंक से 04 जुलाई की तारीख वाला एक लेटर मिला है. लेटर के अनुसार, आरबीआई ने डील की स्कीम के लिए नो ऑब्जेक्शन दे दिया है. हालांकि यह लेटर में मेंशन्ड कुछ शर्तों के अधीन होगा.' आगे देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ने बताया कि अभी इस डील को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) और अन्य संबंधित प्राधिकरणों की मंजूरी प्राप्त करनी होगी. इसके अलावा स्कीम में शामिल कंपनियों के शेयरहोल्डर्स (Shareholders) और क्रेडिटर्स (Creditors) की मंजूरी की भी जरूरत पड़ सकती है.
इतनी होगी संयुक्त निकाय की संपत्ति
इससे पहले देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank ने देश की सबसे बड़ी मोर्टगेज कंपनी HDFC Ltd का अधिग्रहण करने पर 04 अप्रैल को सहमति व्यक्त की थी. इस डील की वैल्यू करीब 40 बिलियन डॉलर आंकी जा रही है. इस लिहाज से यह भारतीय कॉरपोरेट जगत के लिए अब तक की सबसे बड़ी डील होगी. इस सौदे के अमल में आने के बाद हमारे सामने जो एंटिटी होगी, वह फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर (Financial Service Sector) में काफी विशाल कंपनी के रूप में होगी. विलय के बाद सामने आने वाली संयुक्त कंपनी के पास करीब 18 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का आधार होगा. यह डील फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है.
ICICI Bank से डबल हो जाएगा साइज
सौदा पूरा हो जाने के बाद HDFC Bank में 100 फीसदी पब्लिक शेयर होल्डिंग होगी. एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक की 41 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. एचडीएफसी के हर शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले बैंक के 42 शेयर मिलेंगे. दिसंबर 2021 की बैलेंस शीट के हिसाब से देखें तो दोनों को मिलाकर यह 17.87 लाख करोड़ रुपये का हो जाता है. वहीं नेटवर्थ की बात करें तो यह सम्मिलित तौर पर 3.3 लाख करोड़ रुपये है. 01 अप्रैल 2022 के आंकड़ों के अनुसार, एचडीएफसी बैंक का एमकैप 8.36 लाख करोड़ रुपये और एचडीएफसी का एमकैप 4.46 लाख करोड़ रुपये है. विलय के बाद जो इकाई सामने आएगी, उसका साइज दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ICICI Bank की तुलना में डबल रहने वाला है.