
दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शामिल रहे भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के विशाल साम्राज्य को हिलाने के बाद अब अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) का निशाना बने हैं Twitter के को-फाउंडर जैक डोर्सी. गुरुवार को सुबह शॉर्ट सेलर फर्म ने एक ट्वीट किया कि नया खुलासा जल्द... और शाम होते-होते Jack Dorsey की कंपनी Block Inc पर अपनी रिपोर्ट पब्लिश कर दी. इस रिपोर्ट में कंपनी ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आइए जानते हैं इनमें से पांच सबसे गंभीर आरोपों के बारे में...
1- रिसर्च फर्म ने कहा है कि उसने जैक डोर्सी के नेतृत्व वाली पेमेंट कंपनी Block के शेयरों को शॉर्ट किया है. Hindenburg की रिपोर्ट में पहला आरोप ये है कि ब्लॉक इंक अपने ग्राहकों और सरकारों के खिलाफ फ्रॉड कर रही है.
2. शॉर्ट सेलर फर्म ने डोर्सी की कंपनी पर गलत आंकड़े जारी कर निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया. इसमें कहा गया कि Block Inc के आधे से ज्यादा अकाउंट फेक हैं, जो फ्रॉड करने में शामिल हैं. कंपनी ने यूजर्स की संख्या को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है. पूर्व कर्मचारियों के हवाले से रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसके 40 से 75 फीसदी यूजर्स फेक हैं.
3. हिंडनबर्ग ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में तीसरा बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि जैक डोर्सी के नेतृत्व वाली ब्लॉक इंक कंपनी बैंकिंग की पहुंच से दूर रहने वाले लोगों को निशाना बनाती है और उनकी मदद के नाम पर शोषण कर रही थी. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी अपने ग्राहकों के साथ धोखा करने के साथ ही जिन क्षेत्रों में मौजूद है, वहां की सरकारों के साथ भी फ्रॉड कर रही है.
4. रिपोर्ट के मुताबिक कैश ऐप के जरिए अपराधियों को फायदा मिल रहा है. इसमें ये आरोप भी लगाया गया कि कोई भी फर्जीवाड़ा उजागर होने की स्थिति में उसके खिलाफ कार्रवाई के मामले में ब्लॉक ने बेहद गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाया है.
5. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में पांचवां गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जैक डोर्सी ने इस तरह हेर-फेर करते हुए 5 अरब डॉलर का साम्राज्य खड़ा कर लिया. इसमें कहा गया कि फर्जी आंकड़ों की मदद से कोरोना महामारी के दौरान ब्लॉक का शेयर सिर्फ 18 महीने में 639 फीसदी चढ़ गए थे. इसके बाद को-फाउंडर जैक डोर्सी और जेम्स मैककैल्वे ने कुल मिलाकर एक अरब डॉलर के शेयर बेच कर मोटी कमाई की.
दो साल तक डोर्सी की कंपनी पर रिसर्च
हिंडनबर्ग ने डोर्सी की कंपनी पर दो साल तक इन्वेस्टीगेशन की और पाया कि ब्लॉक ने व्यवस्थित रूप से उस डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है. इसके बाद गुरुवार को रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश होने का असर Block Inc पर भी ठीक वैसे ही दिखाई दिया, जैसे कि गौतम अडानी पर दिखा था. कुछ दी देर में डोर्सी की कंपनी के शेयर प्री-मार्केट ट्रेड में ही 20 फीसदी धराशायी हो गए थे. रिसर्च रिपोर्ट में जो अनुमान जताया गया है, उसके मुताबिक ब्लॉक का शेयरों में 75 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
2009 में शुरू की गई थी ब्लॉक इंक
पेमेंट फर्म Block Inc. एक अमेरिकी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी ग्रुप है, जिसकी स्थापना 2009 में Twitter के पूर्व CEO जैक डोर्सी और उनके सहयोगी Jim McKelvey ने की थी. ब्लॉक इंक को पहले स्क्वायर (Square) के नाम से जाना जाता था. स्थापना के अगले ही साल 2010 में उन्होंने अपना पहला कैश प्लेटफॉर्म लॉन्च कर दिया था. Hindenburg ने कंपनी के कैश ऐप के प्रोग्राम में भी कई कमियां निकाली गई हैं. फिलहाल, ब्लॉक का मार्केट कैपिटलाइजेशन या बाजार पूंजीकरण करीब 44 अरब डॉलर का है.
Block ने की लीगल एक्शन की तैयारी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद जैक डॉर्सी के नेतृत्व वाली अमेरिकी भुगतान फर्म Block Inc ने लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है.कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है कि हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. कंपनी के मुताबिक, कैश ऐप बिजनेस पर शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है. रिसर्च रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद ब्लॉक मैनेजमेंट ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को हमारे इन्वेस्टर्स को धोखा देने और भ्रमित करने के लिए तैयार किया गया है.
रिपोर्ट जारी करने से पहले दिया था संकेत
गुरुवार 23 मार्च को सुबह हिंडनबर्ग के ट्विटर अकाउंट से नई रिपोर्ट पब्लिश करने के संबंध में संकेत दिया गया था. हालांकि, Adani Gorup के बाद उसके निशाने पर कौन का बड़ा कॉरपोरेट ग्रुप है ये नहीं बताया गया था. Hindenburg फर्म के ट्विटर अकाउंट से जो ट्वीट किया गया है, उसमें लिखा था, 'एक नई और बड़ी रिपोर्ट जल्द....'. इसके बाद शाम के वक्त जैक डोर्सी की ब्लॉक निशाने पर आ गई.
डोर्सी की कंपनी बनी 18वीं शिकार
नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने साल 2017 के बाद से अब तक Blok Inc से पहले 17 कंपनियों में कथित गड़बड़ी को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की हैं. जैक डोर्सी की कंपनी इसकी 18वीं शिकार बनी है. हिंडनबर्ग ने इससे पहले अडानी ग्रुप को लेकर अपनी रिपोर्ट बीते 24 जनवरी को पब्लिश की थी और इसके बाद गौतम अडानी की कंपनियों में जो सुनामी आई, उससे Adani Group का मार्केट कैप कुछ महीनेभर में ही 100 अरब डॉलर से नीचे आ गया और अडानी की नेटवर्थ का 60 फीसदी हिस्सा साफ हो गया था. अडानी ग्रुप पर इस रिपोर्ट का असर अभी भी देखने को मिल रहा है.
शॉर्ट सेलर फर्म ने जिन बड़ी कंपनियों के खिलाफ खुलासे कर उन्हें बुरी तरह प्रभावित किया है, उनमें ज्यादातर अमेरिकी फर्में शामिल हैं. इनमें Nikola, SCWORX , Genius Brand, Ideanomic , Wins Finance, Genius Brands, SC Wrox, HF Food, Bloom Energy, Aphria, Riot Blockchain, Opko Health, Persing Gold, RD Legal, Twitter Inc और Adani Group शामिल हैं.
ऑटो दिग्गज Nikola हो गई थी कंगाल
Hindenburg की सबसे बड़ी रिसर्च अमेरिकी ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी निकोला (Nikola) को लेकर रही है. कंपनी को लेकर रिपोर्ट में किए गए खुलासों से ये कंपनी कंगाल हो गई थी. इसके शेयर 80 फीसदी से ज्यादा टूट गए थे. हिंडनबर्ग ने सबूतों के आधार पर निकोला कंपनी में कथित फर्जीवाड़े को उजागर किया था, इसके तुरंत बाद निकोला के फाउंडर ट्रेवर मिल्टन को कंपनी छोड़नी पड़ी थी. ये रिपोर्ट सितंबर 2020 में पब्लिश की गई थी.