देश में इन दिनों छोटे कारोबार (Small Business) को शुरू करने के लिए सरकार की ओर से मदद की जा रही है. लोग एक से बढ़कर बिजनेस आइडिया अपनाकर बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. अगर आप भी किसी तरह का बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो पेपर नैपकिन की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाकर बढ़िया कमाई कर सकते हैं. पेपर नैपकिन ऐसी चीज है, जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर सालों भर होता है. हमारे देश में भी टिश्यू पेपर (Tissue Paper) की बड़ी खपत है. इसलिए टिश्यू पेपर के बिजनेस में ग्रोथ का काफी स्कोप है.
भारत में बढ़ रहा बाजार
यूरोपीय देशों समेत ठंडे मौसम वाले देशों में टिश्यू पेपर का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. यूरोप इतना टिश्यू पेपर्स की खपत भारत में नहीं है, लेकिन यहां भी इसका बड़ा बाजार है. भारत में टिश्यू पेपर यानी नैपकिन की काफी खपत होती है और इसका बाजार लगातार बढ़ ही रहा है. इस वजह से इस सेक्टर में बिजनेस शुरू करने का शानदार अवसर है.
कमा सकते हैं बढ़िया मुनाफा
देश में बढ़ती पेपर नैपकिन की खपत के कारण इसका प्लांट लगाना आपके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. आप इसका प्रोडक्शन कर अपने आस-पास के मार्केट में इसकी सप्लाई कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. आइए जानते हैं कि इसका प्लांट कैसे शुरू किया जा सकता है, इसके लिए कितने इन्वेस्टमेंट की जरूरत होगी, सरकार से किस तरह की मदद मिल सकती है और इससे आपको कितना मुनाफा हो सकता है.
इतना आएगा खर्च
इंडियामार्ट पर मौजूद सप्लायर्स के अनुसार, नैपकिन पेपर बनाने की मशीन (Napkin Paper Machine) 5 लाख रुपये से मिलने लग जाती है. अगर आप सेमी-ऑटोमैटिक मशीन खरीदते हैं तो यह आपको 5-6 लाख रुपये में मिल जाएगा. चार से पांच इंच वाले नैपकिन पेपर्स बनाने की इनकी क्षमता हर घंटे 100 से 500 पीस की होती है. अगर आप बड़े स्केल पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो अधिक कैपेसिटी वाली पूरी तरह से ऑटोमैटिक मशीन 10-11 लाख रुपये में आएगी. ये हर घंटे 2,500 रॉल बनाने की क्षमता रखती है.
पहले साल से होने लगेगी इतनी कमाई
छोटा प्लांट लगाकर भी आसानी से एक साल में 1.50 लाख किलोग्राम तक नैपकिन पेपर का प्रोडक्शन (Napkin Paper Production) किया जा सकता है. बाजार में नैपकिन पेपर को आसानी से 65 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जा सकता है. इस तरह देखें तो आप साल भर में बड़े आराम से करीब 1 करोड़ रुपये का टर्नओवर (Turnover) अचीव कर सकते हैं. रॉ मटीरियल्स, मशीन की लागत और लोन की किश्तों को निकाल भी दें तो पहले साल में ही इस बिजनेस से 10-12 लाख रुपये की बचत की जा सकती है.
मुद्रा लोन से मिल सकती है मदद
अगर आप इस बिजनेस के लिए खुद से 3.50 लाख रुपये जुटा लेते हैं, तो आपको सरकारी मुद्रा योजना (Mudra Scheme) के तहत लोन भी मिल सकता है. इतना पैसा पास में होने पर अगर आप मुद्रा योजना में लोन के लिए अप्लाई करेंगे, तो आपको 3.10 लाख रुपये का टर्म लोन और 5.30 लाख रुपये का वर्किंग कैपिटल लोन (Working Capital Loan) मिल सकता है. इस तरह आपके पास करीब 12 लाख रुपये का प्रबंध हो जाता है, जिसमें आसानी से बिजनेस की शुरुआत की जा सकती है.