सामने एक लक्ष्य हो और उसे पाने का जज्बा, फिर कहते हैं कोई भी मुश्किल आसान हो जाती है और सफलता आपके कदम चूमती है. हां, अपने टारगेट को हासिल करने में एक और बड़ी चीज अहम रोल निभाती है, वो है आइडिया, जो इसकी राह आसान बना देता है. कुछ ऐसा ही कमाल किया इस बार हुरुन रिच लिस्ट (Hurun Rich List 2024) में शामिल कैवल्य बोहरा के आइडिया ने और आज 3600 करोड़ रुपये की नेटवर्थ के साथ वे देश के सबसे युवा अरबपति हैं. आइए जानते हैं कैवल्य के कॉलेज ड्रॉपआउट से लेकर भारत के Yongest Bollionaire बनने की पूरी कहानी...
रिच लिस्ट में 300 से ज्यादा भारतीय शामिल
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (Hurun India Rich List) में पहली बार भारत के 300 से ज्यादा अरबपतियों को शामिल किया गया है. इसमें सबसे पहला नाम अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) का आता है, जिन्होंने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को पीछे छोड़ते हुए सबसे अमीर व्यक्ति (India Richest Billionaire) का ताज अपने नाम किया है. तो वहीं सबसे युवा अरबपति का पर क्विक डिलीवरी प्लेटफॉर्म जेप्टो (Zepto) के को-फाउंडर कैवल्य बोहरा फिर से काबिज हुए हैं.
लगातार तीसरी बार अमीरों की लिस्ट में शामिल
Zepto अपने कारोबार का विस्तार करती जा रही है और बेंगलुरु, लखनऊ, दिल्ली और चेन्नई जैसे शहरों में काम करती है, बिजनेस बढ़ने के साथ ही इसकी मार्केट वैल्यू में भी जोरदार इजाफा हो रहा है. जेप्टो एक क्विक कॉमर्स यूनिकॉर्न स्टार्टअप है, जिसका वैल्यूवेशन 5 अरब डॉलर है. कंपनी की सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महज 19 साल की उम्र में इसके को-फाउंडर कैवल्य वोहरा ने IIFL Wealth-Hurun India Rich List 2022 में एंट्री मारी थी और लगातार तीसरे साल इस लिस्ट में सबसे युवा अरबपति बनकर शामिल हुए हैं. उनके दूसरे को-फाउंडर, 22 वर्षीय आदित पालीचा को इस लिस्ट में दूसरे सबसे युवा अरबपति के रूप में शामिल किया गया है.
21 साल की उम्र और 3600 करोड़ नेटवर्थ
क्विक कॉमर्स ऐप Zepto साल 2023 का पहला यूनिकॉर्न बना था. Zepto ऐप भारत का फास्टेस्ट ऑनलाइन ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म है जो कुछ ही मिनटों में आपको ऑनलाइन किराने का सामान, फल, सब्जियां, व्यक्तिगत देखभाल, इलेक्ट्रॉनिक्स और बहुत कुछ डिलीवर करता है. Hurun India Rich List में शामिल इसके को-फाउंडर कैवल्य महज 21 साल की उम्र में 3,600 करोड़ रुपये के मालिक हैं. उनके अपने दोस्त के साथ इस स्टार्टअप को शुरू करने की कहानी बेहद दिलचस्प है.
कॉलेज में देखा सपना और छोड़ दी पढ़ाई
Zepto के को-फाउंडर कैवल्य वोहरा (Kaivalya Vohra) बेंगलुरू में साल 2003 में पैदा हुए और अपनी शुरुआती पढ़ाई उन्होंने मुंबई और दुबई से पूरी की है. इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन करने के लिए दाखिला लिया. जिस उम्र में पढ़ाई करके अच्छी नौकरी के लिए मेहनत करने का लक्ष्य तय किया जाता है, कैवल्य के दिमाग में कुछ और ही आइडिया उछाल मार रहा था. इसी आइडिया के साथ अपना बिजनेस शुरू करने के लिए उन्होंने एक बड़ा कदम उठाया और साल 2020 में महज 17 साल की उम्र में कॉलेज छोड़ने का फैसला कर लिया. उनके इस बिजनेस प्लान में दोस्त आदित पालिचा ने उनका साथ दिया.
दो दोस्तों की जुगलबंदी से शुरू हुआ सफर
कैवल्य ने दोस्त आदित के साथ मिलकर अपना बिजनेस शुरू करने के लिए पढ़ाई छोड़ने से पहले ही 2018 में उन्होंने GoPool नाम से स्टूडेंट्स के लिए कार-पूल सर्विस की शुरूआत की. लेकिन पढ़ाई के साथ बिजनेस करना मुश्किल हो रहा था, तो वे कॉलेज ड्रॉप कर मुंबई आ गए. मुंबई आने के बाद कैवल्य ने आदित के साथ मिलकर 2020 में ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप किरानामार्ट (KiranaMart) शुरू किया, लेकिन इसे वैसा रिस्पांस नहीं मिला जैसा कि दोनों दोस्तों ने सोचा था और फिर इसे बंद करना पड़ा. लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी और एक नए आइडिया के साथ नई राह पर चल दिए.
10 Minut डिलिवरी का आइडिया
जेप्टोसेकंड का आइडिया कैवल्य को कॉलेज में पढ़ाई करने के दौरान ही आया था. ऑनलाइन ऑर्डर करने के बाद साामान की डिलीवरी में दो से तीन दिन का समय लग जाता था और इस परेशानी का सॉल्यूशन उन्होंने क्विक डिलीवरी वाले स्टार्टअप के जरिए करने का मन बना लिया और यही से जेप्टो की शुरुआत हो गई. जब देश में कोरोना महामारी का प्रकोप था, तब लोग को उनके घरों तक सामान की क्विक डिलीवरी करने का ये स्टार्टअप शुरू किया गया था. ऐसे में ऑनलाइन डिलीवरी की मांग काफी बढ़ गई थी, जिसका फायदा जेप्टो को हुआ. किरानामार्ट क्लोज होने के बाद कैवल्य और आदित ने साल 2021 में इसी 10 मिनट वाले आइडिया पर काम शुरू किया और फिर पूरा गेम ही बदल दिया.