scorecardresearch
 

IMF ने घटाया भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान, FY23 में रहेगी 8.2%

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों और ऊंची महंगाई दर के बीच एक और बुरी खबर आई है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटा दिया है. अब ये 8.2% पर रह सकती है.

Advertisement
X
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पहले 9% था IMF का अनुमान
  • World Bank घटा चुका है अनुमान
  • गिरेगी दुनिया की आर्थिक वृद्धि दर

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत को लेकर अपने इकोनॉमिक ग्रोथ फोरकास्ट में कटौती की है. अपनी नई वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में IMF ने चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर 8.2% रहने का अनुमान जताया है.

Advertisement

पहले 9% था IMF का अनुमान

इससे पहले आईएमएफ ने जब जनवरी में अपनी रिपोर्ट जारी की थी, तब उसने चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर 9% रहने का अनुमान जताया था. इतना ही नहीं IMF ने अगले वित्त वर्ष के इकोनॉमिक ग्रोथ रेट फोरकास्ट (अनुमान) को भी कम किया है.

पहले IMF ने वित्त वर्ष 2023-24 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.1% रहने का अनुमान जताया था, इसे अब 0.2% कम करके 6.9%  कर दिया गया है.

अगले साल घटेगी महंगाई!

हालांकि IMF की रिपोर्ट अगले साल महंगाई घटने के संकेत देती है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की महंगाई दर 6.1% रह सकती है, जबकि अगले वित्त वर्ष 2023-24 में इसके 4.8% पर रहने का अनुमान है.

World Bank घटा चुका है अनुमान

Advertisement

IMF के आर्थिक वृद्धि दर अनुमान में कटौती से पहले World Bank भी भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ का फोरकास्ट घटा चुका है. विश्वबैंक का अनुमान है कि 2022-23 में इंडिया की आर्थिक वृद्धि दर 8% रहेगी. वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी हालिया मौद्रिक नीति की घोषणा करते वक्त इसके 7.2% रहने की बात कही थी.

गिरेगी दुनिया की आर्थिक वृद्धि दर

IMF ने अपनी रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के चलते ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ रेट में करीब 1% की गिरावट आने की बात कही है. वहीं चीन की ग्रोथ रेट 2022 में 4.4%, 2023 में  5.1% रह सकती है.

ये भी पढ़ें: 

 

Advertisement
Advertisement