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जल्द खुलेगा 6 साल से बंद इस पावर प्लांट का ताला, खरीदने वालों में Adani भी शामिल!

Ind Barath Power Plant: दिवालिया हो चुकी तमिलनाडु की कंपनी के 6 साल से बंद पड़े पावर प्लांट में फिर से काम शुरू होने की उम्मीद दिख रही है. इसे खरीदने की दौड़ में भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी ( Gautam Adani) और नवीन जिंदल (Naveen Jindal) जैसे नाम आगे हैं.

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बंद पड़े पावर प्लांट को खरीदने की होड़
बंद पड़े पावर प्लांट को खरीदने की होड़
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2148 करोड़ रुपये की देनदारी है कंपनी पर
  • 2016 में दिवालिया घोषित हो गई थी कंपनी

करीब छह साल से बंद एक बड़े पावर प्लांट का ताला अब खुलने वाला है, जिसके बाद यह फिर से काम करना शुरू कर देगा. भारत के दो दिग्गज उद्योगपति इसे अपना बनाने के लिए आमने-सामने हैं. इसे खरीदने के लिए एशिया के सबसे अमीर इंसान गौतम अडानी की कंपनी अडानी पावर (Adani Power) और  नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर (JPL) में होड़ लगी है. 

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तमिलनाडु के तूतीकोरिन में है प्लांट
हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्थित दिवालिया हो चुकी कंपनी के थर्मल पावर प्लांट इंड-बाराथ थर्मल पावर (Ind-Barath Thermal) की. इकोनोमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडानी (Gautam Adani) और नवीन जिंदल (Naveen Jindal) दोनों इसे अपना बनान चाहते हैं. जेपीएल और अडानी पावर दोनों ने इस कंपनी को खरीदने के लिए रुचि की अभिव्यक्ति (EOI) पेश की है और बोली लगाने की तैयारी कर रहे हैं. 

इतनी रकम का करना होगा निवेश
रिपोर्ट के मुताबिक, संभावित बिड लगाने वालों को भेजे गए एक नोट ने इस बात का जिक्र किया गया है कि प्लांट को फिर चालू करने के लिए खरीदार को करीब 75 करोड़ रुपये का निवेश करने की जरूरत पड़ सकती है. इसमें सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि देश में बिजली संकट को देखते हुए अब उद्योगपतियों की दिलचस्पी दिवालिया हो चुकी या फिर बंद पड़ीं बिजली कंपनियों में बढ़ रही है. इसके लिए सरकार मदद लिए आगे बढ़ा रही है.

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2016 से बंद पड़ा है पावर प्लांट
Ind-Barath Thermal पावर प्लांट में 150 मेगावाट की दो पूर्ण बिजली उत्पादन इकाइयां मौजूद हैं, लेकिन बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) की कमी के बीच साल 2016 से इसे दिवालिया घोषित किए जाने के बाद बंद कर दिया गया था. इस कंपनी पर 2,148 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसमें सबसे ज्यादा 21 फीसदी कर्ज पंजाब नेशनल बैंक(PNB) का है. इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का 18 फीसदी हिस्सा है, जबकि बाकी बचे हुए कर्ज में बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB), एक्सिस (Axis Bank) और केनरा बैंक (Canera Bank) का हिस्सा है.

 

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